Rajasthan News: जयपुर. राज्य विधानसभा में शुक्रवार को बालिग व नाबालिग बालिकाओं को बहला-फुसलाकर भगाने और उनका माइंडवास करने का मामला उठा. भाजपा विधायक केसाराम चौधरी ने पर्ची के माध्यम से मामला उठाते हुए गुजरात की तर्ज पर कानून में संशोधन की मांग की. इस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा कि विषय गंभीर हैं, हम सबको मिलकर इसका हल ढूंढना पड़ेगा.

बीजेपी विधायक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो साल में नाबालिग व बालिग बच्चियों के गुमसुदगी के कई मुकदमे दर्ज हुए हैं, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. मां-बाप थानों के चक्कर काटते रहते हैं, बरामदगी के बाद बच्ची मां-बाप को पहचाने से मना कर देती है. इस विषय में पक्ष-विपक्ष मिलकर ऐसा कोई कानून में संशोधन करें ताकि इस बीमारी का ईलाज हो सके.

गुजरात ने ऐसे मामलों को लेकर कानून बनाया है. स्पीकर देवनानी ने भी विधायक की बात का समर्थन करते हुए इस विषय को चिंताजनक बताया. जूली ने उठाया निकायों में बहुमत परिवर्तन के प्रकरणों में प्रशासनिक उदासीनता का मामलाः नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने पाइंट ऑफ इफोर्मेशन के तहत निकायों में बहुमत परिवर्तन के प्रकरणों के प्रति प्रशासनिक उदासीनता का मामला उठाते हुए कहा कि पिछले दिनों में कुछ घटनाएं हुई है.

भरतपुर में जिला प्रमुख का पद खाली हैं, चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं. अलवर में जिला प्रमुख के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पार्षदों ने दे दिया हैं, दस दिन से तारीख नहीं दी जा रही है. भादरा में चुनाव की तारीख तय होने के बाद एडीएम ने चुनाव स्थगित कर दिया और अचानक छु‌ट्टी पर चले गए.

ये खबरें भी जरूर पढ़ें