संगरूर. पंजाब के सीएम भगवंत मान द्वारा राज्य के गांवों को साफ- सुथरा बनाने के दिए निर्देशों के तहत – संगरूर में प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं.

डीसी जतिन्द्र जोरवाल ने जिला प्रबंधकीय कॉम्पलैक्स में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग की अध्यक्षता करते बताया कि गांवों में लोगों की सुविधा के लिए थापर मॉडल पर आधारित तरल कूड़ा प्रबंधन इकाईयों के सफलतापूर्वक चलने के बाद अब जिला संगरूर के 145 गांवों में ठोस कूड़ा प्रबंधन इकाईयों की स्थापना करने का काम शुरु कर दिया गया है.

उन्होंने बताया कि अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (विकास) की निगरानी में जिले के विभिन्न 8 ब्लाकों के ग्रामीणों को सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग करने का प्रशिक्षण समाज सेवी संगठन राऊंड ग्लास फाऊंडेसन के सहयोग से प्रगति अधीन है. उन्होंने बताया कि जला सप्लाई व सैनीटेशन विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग, एनजीओ व स्व सहायता समूहों की मदद से करवाया जाएगा.

इतने गांवों में लगेंगे कूड़ा प्रबंधन प्रोजैक्ट


डीसी ने कहा कि ठोस कूड़ा प्रबंधन के यह प्रोजैक्ट ब्लॉक धूरी के 27 गांवों, ब्लॉक शेरपुर के 8 गांवों, ब्लॉक भवानीगढ़ के 66 गांवों, ब्लॉक संगरूर के 16 गांवों, ब्लॉक सुनाम के 6 गांवों, ब्लॉक दिड़बा के 8 गांवों, ब्लॉक लहरां के 7 गांवों व ब्लॉक अन्नदाना के 8 गांवों में शुरु करने की प्रक्रिया चल रही है और अगले दो महीनों में इसे मुकम्मल करने के आदेश दिए गए हैं.


डीसी ने बताया कि इस प्रोजैक्ट से गांवों में अन्दरूनी स्तर पर जरूरतमंदों के लिए रोजगार के मौके भी पैदा होंगे व समाज सेवी संगठनों के सहयोग से गीला व सूखा कूड़ा लोगों के घरों में एकत्रित करने के लिए रिक्शा रेहड़ी व डस्टबिन उपलब्ध करवाए जाएंगे.