रायपुर। विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से प्रारंभ हो गया है। सत्र के शुरु होने के कुछ देर बाद ही किसानों की मौत के मामले में सदन में जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा का सत्र शुरु होने के बाद सबसे पहले विधानसभा ने दिवंगत नेताओं को सदन में श्रद्धांजलि दी गई। जिन्हें श्रद्धांजलि दी गई उनमें केंद्रीय मंत्री रहे अनिल माधव दवे, अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य जितेंद्र विजय बहादुर सिंह शामिल हैं। इसके अलावा सदन ने अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में मारे गए यात्रियों और बुर्कापाल नक्सल हमले में शहीद जवानों को भी दी श्रंद्धाजलि दी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।
निधन के उल्लेख के दौरान धनेंद्र साहू ने आत्महत्या करने वाले किसानों को दी श्रंद्धाजलि जिस पर मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय ने आपत्ति जताई। आसंदी ने कहा निधन के उल्लेख में राजनीतिकरण नहीं होनी चाहिए। जिसके बाद सदन में हंगामा शुरु हो गया।
किसानों की आत्महत्या मामले में विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने कहा किसानों की आत्महत्या से बड़ा कोई दूसरा मामला नहीं हो सकता, लिहाजा इस पर चर्चा कराई जाए। विपक्षी सदस्य चर्चा की मांग पर अड़े रहे और जमकर नारेबाजी की।
उधर संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने विपक्ष की मांग पर जताई आपत्ति। नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने कहा ये पहला मामला नहीं है जब प्रश्नकाल रोककर चर्चा की मांग की गई हो। संसद में भी हम ऐसी व्यवस्था देख चुके है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष इसलिए आपत्ति जता रहा है क्योंकि उन्हें प्रश्नकाल में राहत है, किसानों के मामले में चर्चा कराने में सत्तापक्ष को राहत नहीं है।
विपक्ष के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। जिसके बाद कार्यवाही दुबारा शुरु हुई तो विपक्ष किसानों की आत्महत्या पर चर्चा की मांग करने लगा।