इदरीश मोहम्मद, पन्ना। सरकार एक तरफ तो किसानों की आय दोगुनी करने और किसानों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाने के दावे कर रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर अन्नदाता किसान आत्महत्या करने को मजबूर है और उसकी सुनने वाला भी कोई नही है। ताजा मामला पन्ना जिले के सिमारिया थाना अंतर्गत ग्राम कोनी से सामने आया है। जहां किसान राम प्रकाश पटेल ने शासन, प्रशासन और जे.के सोमेन्ट कंपनी की प्रताड़ना से परेशान होकर परिवार सहित कलेक्ट्रेट में आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली।

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बता दें कि कोनी निवासी किसान राम प्रकाश पटेल ने पत्रकारवार्ता कर आरोप लगाए है कि उनकी पैतृक 72 एकड़ कृषि भूमि पर जिला प्रशासन एवं राजस्व अधिकारियों के द्वारा धारा 247 के तहत भू-अधिग्रहण हेतु प्रकरण बना कर नोटिस भेजा गया। जिसकी उनके द्वारा नियत पेशी पर अपने कथन दिये। लेकिन उनके तथ्यों को खारिज किया गया। जिसके बाद उन्होंने कलेक्टर पन्ना से परिवार सहित मदद की गुहार लगाई। लेकिन यहां भी किसान परिवार को खाली हाथ लौटना पड़ा। जिसके बाद किसान ने माननीय उच्च न्यायालय की शरण ली, जिसमे मामला विचाराधीन है। बावजूद इसके जिला प्रशासन एवं जेके सीमेंट कंपनी के द्वारा दबंगई से कब्जा कर लिया गया। 

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पीड़ित किसान का कहना है कि उनके पास आय के कोई अन्य साधन नही है, और वह अपनी जमीन वापस चाहते है। किसान ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के अंदर उन्हें उनकी जमीन वापस नही दी जाती है तो वह पूरे परिवार सहित कलेक्ट्रेट में आत्मदाह कर लेंगे।

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