दिल्ली.महाराष्ट्र के एक किसान को अपनी प्याज की उपज एक रूपये प्रति किलोग्राम से कुछ अधिक की दर पर बेचनी पड़ी। उसने विरोध स्वरूप अपनी मेहनत की कमाई प्रधानमंत्री राहत कोष में भेज दी है। इस किसान ने बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान उनसे संवाद किया था।
नासिक जिले के निफाड तहसील के निवासी संजय साठे ने रविवार को कहा ‘मैंने इस मौसम में 750 किलोग्राम प्याज उपजाई। गत सप्ताह निफाड थोक बाजार में एक रूपये प्रति किलोग्राम की दर की पेशकश की गई। अंतत: मैं 1.40 रूपये प्रति किलोग्राम का सौदा तय कर पाया और मुझे 750 किलोग्राम के लिए 1064 रूपये प्राप्त हुए।
उन्होंने कहा, चार महीने के परिश्रम की मामूली वापसी प्राप्त होना दुखद है इसलिए मैंने 1064 रूपये प्रधानमंत्री कार्यालय के आपदा राहत कोष में दान कर दिये। मुझे वह राशि मनीआर्डर से भेजने के लिए 54 रूपये अलग से खर्च करने पड़े। मैं अपनी दिक्कतों के प्रति सरकार की उदासीनता के कारण नाराज हूं। पूरे भारत में जितनी प्याज होती है, उसमें से 50 प्रतिशत नासिक जिले से आती है।
साठे उन कुछ चुनिंदा ‘प्रगतिशील’ किसानों में से एक हैं, जिन्हें केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा से वर्ष 2010 में उनकी भारत यात्रा के दौरान संवाद के लिए चुना था। ओबामा से मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा, मैं लंबे समय से (टेलीकॉम आपरेटर द्वारा संचालित) किसानों के लिए आवाज आधारित परामर्श सेवा का इस्तेमाल कर रहा था। मैं उन्हें फोन करता था और मौसम के बदलाव के बारे में सूचना लेता था, इस तरह से मैं अपनी उपज बढ़ाने में सफल रहा।
साठे ने बताया कि उन्हें मुझे आकाशवाणी के स्थानीय रेडियो स्टेशनों पर कृषि के बारे में अपने प्रयोगों के बारे में बोलने के लिए आमंत्रित किया गया था। यही कारण था कि कृषि मंत्रालय ने मेरा चयन मुम्बई सेंट जेवियर्स कॉलेज में स्थापित एक स्टॉल के लिए किया। जब ओबामा भारत आए थे, मैंने उनसे दुभाषिए की मदद से कुछ मिनट बात की थी।