नई दिल्ली . जीटीबी अस्पताल में भर्ती मरीज की गोली मारकर हत्या मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनकी पहचान 21 वर्षीय फरहान व 20 वर्षीय फैज के रूप में हुई है. वारदात के मास्टरमाइंड फहीम खान और 2 अन्य गुर्गे फैजान और मोईन खान अभी फरार हैं.

पुलिस के अनुसार, फहीम खान हाशिम बाबा गिरोह का गुर्गा है और उसी के इशारे पर 4 आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया है. यह भी बताया जा रहा है कि फहीम को वारदात की जिम्मेदारी हाशिम बाबा के कहने पर उसके दाहिना हाथ कहे जाने वाले समीर बाबा ने दी थी. फिलहाल पुलिस इनकी तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर कर रही है.

अस्पताल के भूतल पर लगे कैमरे में कैद हुए आरोपी: शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि रविवार को मृतक रियाजुद्दीन की बहन तरन्नुम मलिक के बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. पुलिस ने अस्पताल और वार्ड में लगे CCTV कैमरों के फुटेज को खंगाला. अस्पताल के भूतल पर लगे एक CCTV कैमरे के फुटेज में 4 संदिग्ध आपातकालीन द्वार से अस्पताल के अंदर आते दिखे. इसके बाद पुलिस की कई टीमों ने मिलकर तकनीकी विशेषज्ञों व स्थानीय सूत्रों की मदद से आरोपियों की पहचान की.

फैज ने वारदात को अंजाम देने के लिए दी थी बाइक: पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापा मारा और लोनी के लक्ष्मी गार्डन की गली संख्या दो निवासी फैज और चौहान बांगर से दूसरे आरोपी फरहान को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में पता चला कि वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल भी फैज ने उपलब्ध कराई थी.

मास्टरमाइंड फहीम के फ्लैट पर साजिश रची गई

पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे वारदात के मास्टरमाइंड फहीम उर्फ बादशाह खान के इशारों पर काम कर रहे थे. फहीम हाशिम बाबा गिरोह का कुख्यात गुर्गा है. आरोपी फैज और उसके दो भाई फैजान व मोईन खान अक्सर फहीम से उसके बाबरपुर स्थित फ्लैट पर मुलाकात करते रहते थे. घटना वाले दिन भी फहीम ने पकड़े गए आरोपियों के अलावा अन्य कई गुर्गों को अपने फ्लैट पर बुलाया. वारदात की पूरी साजिश रची और फिर इन्हें वारदात करने से लेकर अस्पताल से फरार होने तक की सारी योजना के बारे में बताया. फहीम ने उक्त चारों को अस्पताल में भर्ती वसीम को मारने के निर्देश दिए और दोपहर के समय बाइक से भेजा. अन्य गुर्गों को फ्लैट पर ही रोक लिया. अस्पताल में गोलीबारी के बाद आरोपी मोईन खान और फैज अपने लोनी स्थित घर आए गए. इसके बाद दोनों फहीम के इशारे पर अपना ठिकाना बदलकर गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस जांच में भी आरोपियों की सीडीआर में फहीम के मोबाइल नंबर से कई बार कॉल करने इत्यादि की जानकारी सामने आई है.

दोबारा हमला होने की आशंका जताई

अस्पताल में इलाज करा रहे वसीम को उसके साथियों ने जेल से उस पर दोबारा हमला होने की सूचना दी थी. वसीम ने अपनी हत्या को लेकर दोबारा हमले की आशंका पत्नी आफरीन से जताई थी. सूत्रों का कहना है कि आफरीन ने अस्पताल प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से हमले की आशंका के बारे में सूचित किया था.