शिवा यादव. सुकमा. प्रदेश में सक्रिय नक्सलियों के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का असर सामने आ रहा है. एक वर्ष मे पुलिस नक्सली मुठभेड़ मे 65 नक्सली मारे गए हैं, वहीं नक्सलियो की केंद्रीय कमेटी के सदस्य अरविंद की बीमारी से मौत हुई. इसके अलावा दरभा डिविज़न मे हूए मुठभेड़ मे नक्सली कमांडर उद्धाम सिंह मारा गया. इनमें से अकेले कसानुर मुठभेड़ मे 40 नक्सली मारे गए थे.

जन मुक्ति छापामार सेना (पीएलजीए) के स्थापना के 18 साल पूरा होने पर  नक्सली 2 से 8 दिसंबर तक स्थापना सप्ताह मना रहे हैं. इस दौरान सीपीआई (माओवादी) के दक्षिण सब जोनल ब्यूरो के प्रवक्ता गणेश उइके ने प्रेस नोट जारी किया है, जिसमें उन्होंने सालभर के दौरान हुई मुठभेड़ का खुलासा किया है.

गंभीर बीमारी से मरे अरविंद

इसमें मार्च में पार्टी के केन्द्रीय कमेटी व पोलित ब्यूरो सदस्य अरविंद (सुजीत, निशांत) की गंभीर बीमारी के कारण 65 साल उम्र में मौत के अलावा तेलगांना बार्डर में तड़पाल में प्रभाकर के साथ 10 जन, दरभा डिविजन में पाली, श्रीन्, नंदू, साईनाथ, लता, पूर्व बस्तर में कैलाश, एओबी जोन में मीना (जिलानी) बीएन-1 की रोशनी 12  नवम्बर को एमपुराम में मारी गई थी.

अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए नक्सली

वहीं दक्षिण सब जोनल ब्यूरो में सालभर के दौरान 65 नक्सली मारे गए, जिसमें ओयम क्रांति, डोडी बुधरम, ओयम रूकनी, जैनी, ओयम कामा, दिरदो भीमाल, वंजाम हिडमें, बीएन-1 के सोडी सीताल, सोडी लखमाल, उइका माड़ा, नुप्पो मुत्ताल (मिलिशिया), दरभा डिविजन मुठभेड़ में उद्धाम सिंह, मड़काम सुकराम, दरभा फायरिंग में मासाल, के साथ मोडियम ज्योति, आईपेंटा में 8 जनवरी को हुए मुठभेड़ में 8 नक्सली, और कसानुर एनकॉउण्टर में 40 नक्सली मारे गए. नुलकातोंग में 6 अगस्त को हुए मेठभेड़ में 15 नक्सली मारे गए.