भुवनेश्वर.  वतर्मान में बने एक निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में ओडिशा में 20 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जो वतर्मान में विदर्भ से सटे दक्षिण छत्तीसगढ़ पर स्थित है. यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दी और बताया कि 19 जुलाई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दवाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के दक्षिणी जिलों में तीन दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि 19-20 जुलाई को कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है.

आज जुलाई को नवरंगपुर, कोरापुट, रायगड़ा, कलाहांडी, नुआपड़ा और मालकानगिरि में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश को लेकर पीली चेतावनी जारी की गई थी. भुवनेश्वर में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ-साथ एक या दो बार गरज के साथ बारिश हुई. अगले 24 घंटों के दौरान गंजाम, गजपति, रायगड़ा, कंधमाल, कलाहांडी और कोरापुट में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश जारी रह सकती है और 18 जुलाई को गंजाम, गजपति, नयागढ़, पुरी, कंधमाल, कलाहांडी, रायगड़ा, कोरापुट और नवरंगपुर में भारी बारिश हो सकती है.

बारिश

19 जुलाई को कोरापुट, कलाहांडी, नवरंगपुर, कंधमाल और गंजाम जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा (7 से 20 सेमी) होने की संभावना है. मालकानगिरि, रायगड़ा, गजपति, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, नुआपड़ा, बलांगीर, मयूरभंज, केंदुझर और कटक में भी एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. 20 जुलाई को नवरंगपुर, कलाहांडी, कंधमाल और बलांगीर में एक या दो स्थानों पर

भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रह सकती है. मयूरभंज, केंदुझर, बालेश्वर, भद्रक, नयागढ़, पुरी, खुर्दा, कटक, कोरापुट, मालकानगिरि, रायगड़ा, गंजाम, गजपति और नुआपड़ा जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा का भी पूर्वानुमान है. आगामी दो दिनों के दौरान आंतरिक ओडिशा के अधिकांश स्थानों और राज्य के तटीय जिलों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.

दस स्थानों पर 50 मिमी से अधिक बारिश

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान ओडिशा के दस स्थानों पर 50 मिमी से अधिक बारिश हुई. सोमवार को कोरापुट जिले के लामटापुट में 120.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. इसके बाद कोशागुमुडा (105.2 मिमी) और नयागढ़ जिले के डाबूगांव (84 मिमी) में बारिश दर्ज की गई. हालांकि, 1 जून से 16 जुलाई के दौरान मानसून की मौसमी संचयी वर्षा 370.9 मिमी के सामान्य मूल्य के मुकाबले 272.6 मिमी थी. इस अवधि के दौरान, 13 जिलों में हुई बारिश सामान्य थी, जबकि 1 जिले में बारिश काफी कम हुई और बाकी 16 जिले कम श्रेणी में थे.