रायपुर। 11 अगस्त को युवक कांग्रेसी रायपुर से गरियाबंद के सुपाबेड़ा तक 100 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे। इसके अलावा 14 अगस्त को उनकी सीएम हाउस घेरने की भी योजना है। दरअसल गरियाबंद जिले के सुपाबेड़ा में किडनी की बीमारी से अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है और तकरीबन 150 लोग किडनी की बीमारी से अभी भी पीड़ित हैं।
युवा कांग्रेसियों का आरोप है कि पीड़ितों के उपचार को लेकर सिर्फ खाना-पूर्ति की जा रही है। दवाई के नाम पर पैरासिटामोल और ब्रूफेन ही दिया जाता है। उनका कहना है कि इलाके में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया था, शिविर में पहुंचे डॉक्टरों ने पीड़ितों को रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में इलाज कराने की सलाह देते हैं लेकिन अस्पताल प्रबंधन के रवैये की वजह से शुरुआत में गए कुछ लोग वापस आ गए हैं और अब कोई भी ग्रामीण मेकाहारा नहीं जाना चाहता।
युवक कांग्रेसियों का कहना है कि किडनी खराब होने की वजह इलाके में पाए जाने वाला बेशकीमती रत्न अलेक्जेंडर है। इसकी वजह से मिट्टी और पानी में मेटल के तत्वों की मात्रा अत्याधिक हो गई जिसकी वजह से इलाके के लोग किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं।