जगन्नाथ मंदिर में चल क्या रहा है... आखिर सुबह 9.51 मिनट पर ही क्यों खोला गया रत्न भंडार?
जगन्नाथ में मंदिर बने इन आंतरिक कक्षों को 46 साल बाद खोला गया है.
इस आंतरिक कक्ष के खुलने के बाद वहां रखे गए रत्न भंडार को बाहर निकाला गया.
आंतरिक कक्ष को शुभ मुहूर्त यानी सुबह 9.51 बजे ही खोला गया.
मंदिर प्रांगण में बने आंतरिक कक्षों में रखे गए 12 बक्सों को बाहर निकालकर स्ट्रांग रूम में शिफ्ट किया जाएगा.
इन 12 बक्सों में ऐसे कई रत्न ऐसे भी हैं जो 12वीं शताब्दी के हैं.
अब ऐसे में जब इन बक्सों को खोला जाएगा और अंदर रखे रत्नों की जांच की जाएगी तो पता चलेगा
कि आखिर इन बक्सों में किस काल या किस राजा के द्वारा कौन सा रत्न है.
जगन्नाथ मंदिर के आंतरिक कक्षों से जिन बक्सों को बाहर निकाला जाएगा.
उनमें कौन से रत्न रखें गए हैं इनकी जांच के लिए आरबीआई और जूलरी एक्सपर्ट की एक टीम बनाई गई है.
स्ट्रांग रूम से जब इन बक्सों को दोबारा से आंतरिक कक्ष में रखा जाएगा तो एक्सपर्ट की यह टीम इनमें रखे रत्नों की जांच करेगी.