नई दिल्ली से जम्मू तक बिछाई जाने वाली प्रस्तावित रेल लाइन के सर्वेक्षण की निगरानी का काम तीन रेलवे डिवीजनों को सौंपा गया है.

देश की राजधानी दिल्ली से जम्मू तक मौजूदा रेलवे लाइनों पर ट्रैफिक लोड को कम करने और ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए नई दिल्ली से जम्मू तक नई रेलवे लाइन बिछाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. नई रेलवे लाइन के लिए सर्वे का काम भी शुरू हो गया है.


रेलवे सूत्रों का कहना है कि दिल्ली से अंबाला तक दो रेलवे लाइनें बिछाई जाएंगी और अंबाला से जम्मू तक एक लाइन बिछाई जाएगी. हालांकि रेलवे ने अभी तक इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है. नई दिल्ली-जम्मू एक व्यस्त यात्रा मार्ग है. नई दिल्ली से अंबाला के लिए रोजाना 50 से अधिक ट्रेनें चलती हैं, जबकि अंबाला से जम्मू तक रोजाना 20 से अधिक ट्रेनें चलती हैं.


माना जा रहा है कि नई रेलवे लाइन पुरानी रेलवे लाइनों के पास बिछाई जाएगी ताकि ट्रेनों के संचालन में कोई रुकावट न आए और यात्री मौजूदा रेलवे स्टेशनों से ही ट्रेन में चढ़ और उतर सकें. फिलहाल इस लाइन पर रेल यातायात बढ़ने के कारण यात्री ट्रेनों की गति प्रभावित हो रही है. ट्रेनों को रूट पर रोकना पड़ता है और अन्य ट्रेनों को मोड़ना पड़ता है.

तीन डिवीजनों को सौंपी गई है सर्वेक्षण की जिम्मेदारी
नई दिल्ली से जम्मू तक बिछाई जाने वाली प्रस्तावित रेलवे लाइन के सर्वेक्षण की निगरानी का काम तीन रेलवे डिवीजनों को सौंपा गया है. यह सर्वेक्षण एक निजी कंपनी द्वारा किया जा रहा है. दिल्ली डिवीजन को दिल्ली से अंबाला तक 200 किलोमीटर रेलवे सेक्शन की जिम्मेदारी, अंबाला कैंट से जालंधर तक 200 किलोमीटर रेलवे सेक्शन की जिम्मेदारी अंबाला डिवीजन को और फिरोजपुर डिवीजन को जालंधर से जम्मू तक सेक्शन की जिम्मेदारी दी गई है.