नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने एक और किडनी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत आठ को गिरफ्तार किया है. साथ ही, दो किडनी डोनरों और पांच मरीजों को पूछताछ के लिए बुलाया है. बीते दिनों भी बांग्लादेश के किडनी रैकेट का पर्दाफाश हुआ था. गिरोह के तार दिल्ली- एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात तक फैले हुए हैं.


इन राज्यों के 11 अस्पतालों में किडनी प्रत्यारोपण को अंजाम दिया जाता था. अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि रोहिणी की महिला शिकायतकर्ता ने संदीप और विजय कुमार कश्यप उर्फ सुमित के खिलाफ शिकायत दी कि इन दोनों ने किडनी प्रत्यारोपण के बहाने उसके पति से 35 लाख रुपये ठग लिए. एसीपी रमेश लांबा की टीम ने आरोपी सुमित व गिरोह के सरगना संदीप और देवेंद्र को गोवा से गिरफ्तार किया गया. उनके पास से 34 फर्जी टिकट, 17 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 9 सिम, 1 लग्जरी कार, डेढ़ लाख नकद, मरीजों / प्राप्तकर्ताओं और डोनर के जाली दस्तावेज और फाइलें बरामद की गई हैं.

मोहाली-पंचकूला में सीखते थे ट्रांसप्लांट
आरोपी पहले प्रतिष्ठित अस्पतालों में ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर की नौकरी हासिल कर किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया सीखते थे. फिर उन्हीं अस्पतालों में किडनी प्रत्यारोपण को अंजाम देते थे. दिल्ली, फरीदाबाद, मोहाली, पंचकूला, आगरा, इंदौर व गुजरात के अस्पतालों से मरीजों की पहचान करते थे.