पवन राय, मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला जिले में डायरिया का प्रकोप है। जनपद पंचायत घुघरी के अंतर्गत देवहार बम्हनी गांव में लगभग 30 लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। उल्टी दस्त से ग्रस्त ग्रामीणों को उचित उपचार नहीं मिल पाने से यह स्थिति है। आरोप है कि बम्हनी सरपंच ने लगातार CMHO और BMO को फोन लगाते रहे, मगर इन अधिकारियों ने कॉल रिसीव नहीं किया। 

तक हारकर परेशान सरपंच ने अपने क्षेत्रीय विधायक नारायण सिंह पट्टा को इसकी जानकारी दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने तत्काल सीएमएचओ और सिविल सर्जन डॉ. विजय धुर्वे को इसकी सूचना दी। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि घुघरी में पदस्थ बीएमओ उपलब्ध नहीं रहते और न ही फोन रिसीव करते हैं। वर्तमान में देवहार बम्हनी के ग्रामीण जो उल्टी दस्त से ग्रसित हैं, वह घरेलू उपचार के भरोसे जिंदा हैं। जबकि इस बीमारी से दो लोगों की मौत भी हो गई है। 

स्वास्थ्य विभाग का अमला इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है। बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने बताया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्ण रूप से चौपट हो चुकी है। जिले में पदस्थ चिकित्सक अपनी मनमर्जी के मालिक हैं। घुघरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो यहां पर स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है। 

आरोप है कि समय पर कोई भी चिकित्सक मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहता है। वहीं सीएमएचओ का कहना है कि अभी तक दो की मौत हो चुकी है। एक 16 तारीख को और दूसरी 19 को। अभी सभी मरीजों का उनके घर पर ही इलाज किया जा रहा है। स्थिति कंट्रोल में है और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में ही है। 

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