बीजापुर। जिले में पिछले तीन दिन से मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश ने घटिया निर्माण और लापरवाही को उजागर कर दिया है. जिला चिकित्सालय में शिशु हॉस्पिटल की छत से पानी टपक रहा है,जो नीचे प्रसूति वार्ड तक पहुंच गया है. वहीं एडमिट हुए बच्चे, गर्भवती माताएं और परिजन वार्ड में टपकते पानी के कारण पूरी रात परेशान होते रहे. लेकिन जिम्मेदारों ने उस वार्ड का सुध लेना मुनासिब नही समझा.

दरअसल जिला चिकित्सालय में पिछले साल मां और बच्चों के लिए तीन फ्लोर में से एक में शिशु एवं मातृत्व (उत्सव) हॉस्पिटल बना कर तैयार किया गया था. लेकिन घटिया और गुणवत्ताहीन निर्माण के चलते छत में लीकेज होने के कारण पानी के टपकने और शार्ट सर्किट की समस्या आए दिन बनी रहती है.

शिशु वार्ड में आए दिन बिजली वायरिंग के कारण शॉट सर्किट की समस्या रहती है, जिसका खामियाजा छोटे बच्चों और परिजनों भुगतना पड़ रहा है. एडमिट बच्चे के परिजनों ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि रात भर छत से पानी टपकता रहा. हर तरफ पानी ही पानी था. कहा सोते पूरी रात बच्चे को आंचल में लिए हुए जागते रहे. इस वार्ड से उस वार्ड में भटकते रहे. लेकिन जिले में बैठे जिम्मेदारो ने सुध तक लेना मुनासिब नहीं समझा.

जिले के सीएमएचओ डॉ.बीआर पुजारी ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि मेरी जानकारी में है, मैं स्वयं वहां गया था. भवन सही तरीके ने नही बना है इसलिए यह दिक्कतें आ रही है. मैं पहले जब यहां पदस्थ था. मैं हैंडओवर नही ले रहा था. मेरी ओर से पहले भी ठेकेदार को नोटिस दिया गया था और अब आगे भी नोटिस दिया जायेगा.

अस्पताल के सिविल सर्जन ने लल्लूराम डॉट कॉम से कहा कि कई बार मेरी ओर से भवन को ठीक कराया गया लेकिन ठीक नहीं हुआ. मजबूरी में भवन में शिफ्ट होना पड़ा,अभी दूसरे वार्डो में बच्चों को शिफ्ट किया गया है,घटिया निर्माण तो हुआ है, इसमें कोई दो मत नहीं है. मैंने ठेकेदार को नोटिस भी जारी किया था और मरम्मत के लिए बोला था. मतलब पूरा भवन लाइलाज टाइप हो गया है.

बता दें कि बीते शनिवार स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल सहित स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, स्वास्थ्य संचालक ऋतुराज रघुवंशी बीजापुर जिले के दौरे पर थे. स्वास्थ्य मंत्री सहित अधिकारियों ने हॉस्पिटल के शिशु एवं मातृत्व हॉस्पिटल(उत्सव) का निरीक्षण किया था. वहीं स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने जिला पंचायत के सभागार में स्वास्थ्य संबधी अव्यवस्था व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं पर समीक्षा बैठक की थी. बीजापुर को नये भवन, 10 आइसीयू बेड, दो डायलिसिस मशीन की सौगात देते हुए जिले के सीएमचो, सीएस व डॉक्टरों को स्वास्थ्य संबंधी अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कड़े निर्देश दिए थे. लेकिन निर्देशों का कोई प्रभाव होता नहीं दिख रहा है. जिले के हॉस्पिटल में अव्यवस्थाएं जस की तस बनी हुई है.