मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय बजट में दिल्ली वालों के साथ धोखा हुआ है. आतिशी ने कहा कि दिल्ली द्वारा 2.32 लाख करोड़ का टैक्स देने के बावजूद भी BJP के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इस बजट में इसका 1 फीसदी शेयर भी दिल्ली को नहीं दिया है.

आतिशी ने कहा कि यह बजट दिल्ली के लोगों की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला है. हर बार की तरह BJP शासित केंद्र सरकार ने इस बजट में भी दिल्ली के लोगों को उनका हक नहीं दिया. आतिशी ने कहा कि इस बजट को लेकर दिल्ली वालों की मांग थी कि जो टैक्स केंद्र सरकार को दिया जाता है उसका 5 % हिस्सा दिल्ली सरकार को दिया जाना चाहिए. उस डिमांड पर दिल्ली के लोगों को कुछ नहीं मिला.

आतिशी ने कहा कि दिल्ली के लोगों कि यह भी मांग थी कि जिस तरह अन्य राज्यों की लोकल बॉडी को आर्थिक मदद दी जाती है उसी तरह से दिल्ली स्थित MCD को भी बजट से कुछ पैसा दिया जाना चाहिए. आतिशी ने कहा कि हमने मांग की थी कि 5 फीसदी टैक्स MCD को भी मिलना चाहिए ताकि दिल्ली के लोगों का विकास हो सके. लेकिन MCD को 1रुपया भी केंद्र सरकार के बजट में नहीं मिला.

आतिशी ने कहा कि दिल्ली देश का ग्रोथ इंजन है. दिल्ली 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा आयकर केंद्र को देता है और 25,000 करोड़ सेंट्रल GST के तौर पर देता है. 2.32 लाख करोड़ टैक्स केंद्र को देने के बावजूद दिल्ली ने सिर्फ 20,000 करोड़ मांगे थे जो कि केंद्रीय बजट का सिर्फ 0.4 प्रतिशत है लेकिन कोई पैसा नहीं मिला है.

आतिशी ने कहा, ‘मैं भाजपा को चुनौती देती हूं कि वह केंद्र में अपनी सरकार द्वारा पेश किए गए पिछले 11 बजट में दिल्ली के लिए किया एक भी काम दिखाए.’ आतिशी ने कहा कि केंद्रीय बजट ने दिल्ली के लोगों को दिखा दिया है कि भाजपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया है. अपने आप को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने यह बजट पेश किया और यह देश के लोगों के लिए नहीं है.

संजय सिंह का मोदी सरकार पर निशाना

संजय सिंह ने कहा कि यह निराशा से भरा हुआ बजट है. हर मोर्चे पर सरकार फेल हुई है और देश का हर वर्ग इस बजट से निराश हुआ है.

संजय सिंह ने कहा, ”किसानों को MSP दोगुना होने की उम्मीद थी, नहीं की गई. नौजवानों को अग्निवीर योजना के समाप्त होने की उम्मीद थी, वो भी नहीं की गई. महंगाई कम करने के लिए कुछ प्रभावी कदम उठाने की उम्मीद थी, वो भी नहीं हुआ. शेयर मार्केट में निवेश करने वाले लोगों पर भी Tax बढ़ा दिया गया.”