नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट आज संसद में पेश किया. इस बजट में किसानों से लेकर युवाओं और महिलाओं पर फोकस किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम BJP नेताओं ने बजट का स्वागत किया और इसे अभूतपूर्व बजट बताया तो वहीं विपक्ष के स्वर बजट पर अलग दिखे. लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस बजट को ‘कुर्सी बचाओ बजट’ करार दिया.

राहुल गांधी ने बताया कुर्सी बचाने का बजट

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बजट के बाद X पर पोस्ट करते हुए इसे कुर्सी बचाओ बजट बताया. उन्होंने कहा, बजट के जरिए सहयोगियों को खुश करने की कोशिश की गई, जबकि अन्य राज्यों की कीमत पर उनसे खोखले वादे किए. राहुल ने आगे कहा कि बजट के जरिए मित्रों को खुश किया गया. AA (अडाणी-अंबानी) को फायदा लेकिन आम भारतीयों को कोई राहत नहीं. उन्होंने तीसरा पॉइंट ‘कॉपी और पेस्ट’ बताया. उनका कहना है कि ये बजट कांग्रेस के घोषणापत्र और पिछले बजट का कॉपी पेस्ट है.

किसानों और नौजवानों की पक्की नौकरी का इंतजाम नहीं : अखिलेश यादव

वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट पर कहा, ‘जब तक किसान और नौजवानों की पक्की नौकरी का इंतजाम नहीं होगा तब तक जनता को कोई बड़ा लाभ नहीं पहुंचेगा. अगर हम उत्तर प्रदेश को देखें तो निवेश की स्थिति क्या है? इनके जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं वह कभी समय पर पूरे नहीं हुए… अच्छी बात है कि बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष योजनाओं से जोड़ा गया है लेकिन उत्तर प्रदेश जैसा राज्य जो प्रधानमंत्री देता है क्या वहां के किसानों के लिए बजट में कुछ है?…”

विपक्ष को बताया ‘नकलची’ : मल्लिकार्जुन खरगे

बजट को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, कांग्रेस के न्याय के एजेंडे को ठीक तरह से कॉपी भी नहीं कर पाया मोदी सरकार का “नकलची बजट”! मोदी सरकार का बजट अपने गठबंधन के साथियों को ठगने के लिए आधी-अधूरी “रेवड़ियां” बांट रहा है, ताकि NDA बची रहे. ये “देश की तरक्की” का बजट नहीं, “मोदी सरकार बचाओ” बजट है!

शशि थरूर ने बजट को बताया निराशाजनक

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्रीय बजट पर कहा, “यह एक निराशाजनक बजट है, मुझे आम लोगों के सामने आने वाले प्रमुख मुद्दों के बारे में कुछ भी सुनने को नहीं मिला… आम लोगों की आय में सुधार के लिए उठाए गए किसी भी कदम का अपर्याप्त उल्लेख था. जब बात गंभीर आय असमानता की आती है तो सरकार की ओर से हमें बहुत कम देखने को मिलता है.

प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना’ है बजट: प्रियंका चतुर्वेदी

केंद्रीय बजट के बाद शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “मुझे लगता है कि इस बजट को ‘प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना’ कहा जाना चाहिए क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि अगर वे अगले 5 वर्षों के लिए इस सरकार को बचाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने गठबंधन सहयोगियों की खुशी की आवश्यकता होगी. बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने से इनकार करने के बाद, उन्होंने उन्हें धन दिया है. महाराष्ट्र को केंद्र द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है. यह एक ऐसा राज्य बन गया है जहां आप लगातार पैसे लेते रहते हैं…”

बजट को लेकर क्या बोले किसान नेता राकेश टिकैत

केंद्रीय बजट 2024 पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “उन्हें (केंद्र को) यह बजट कागजों पर तो ठीक लगता होगा, लेकिन जमीनी स्तर पर इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला है…सरकार को फसलों की कीमत देनी चाहिए, मुफ्त बिजली, सस्ती खाद देनी चाहिए, खेती के उपकरणों पर जीएसटी कम करना चाहिए…”