मनेंद्र पटेल, दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मेडेसरा गांव में शादी के पहले युवती तेजस्विनी की आत्महत्या मामले में नया मोड़ आया है. युवती की मौत तालाब में डूबने से नहीं हुई थी. बल्कि उसकी हत्या की गई थी. तेजस्विनी की हत्या उसके होने वाले मंगेतर ने की थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

जानकारी के अनुसार, मेडेसरा गांव में 11 जुलाई को जोशी परिवार में दो बेटियों की बारात आनी थी. वहीं 10 जुलाई को बेटे की बारात जाने की तैयारी थी. इस बीच जोशी परिवार की खुशियां मातम में बदल गई. जब 9 जुलाई की रात दुल्हन बनने जा रही तेजश्वनी जोशी (19 साल) घर से गायब हो गई. दूसरे दिन सुबह गांव के तालाब में तेजश्वनी की लाश मिली. प्रथम दृष्टया तेजस्विनी का मामला आत्महत्या का प्रतीत हुआ. लेकिन शार्ट पोस्टमार्टम के रिपोर्ट ने आत्महत्या के शक को हत्या में बदल दिया. जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और मृतक युवती के मोबाइल नम्बर से CDR खंगाला तो पता चला कि आखरी कॉल तेजश्वीनी के साथ सात फेरे लेने वाले हुमन जोशी की थी.

पुलिस ने शक के आधार पर दूल्हे को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की. इस दौरान कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी हुमन ने अपनी गुनाह स्वीकार कर ली. आरोपी ने बताया कि तेजस्विनी ने तालाब में डूबकर अपनी जान नहीं दी थी. बल्कि 9 जुलाई की रात दोनों तालाब के किनारे मिले थे. इस दौरान दोनों के बीच जमकर विवाद हुआ था. विवाद इतना बढ़ा की दोनों में धक्का मुक्की हुई और तेजस्विनी तालाब की सीढ़ियों से गिर गई, जिससे उसके सिर पर चोट लग गई और वह बेहोश हो गई. आरोपी हुमन जोशी ने युवती को बेहोशी की हालत में तालाब में फेंक दिया. इसके साथ ही युवती का मोबाइल भी तालाब में फेंक दिया. पुलिस ने आरोपी को घटना स्थल पर ले जाकर क्राइम सीन रिक्रिएट कराया.