सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। वाड्रफनगर विकासखंड के ग्राम गोंदला स्थित प्राथमिक शाला के बच्चों को सिस्टम की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. छात्र-छात्राओं को पढ़ने के लिए भवन नहीं होने के कारण शासन ने अतिरिक्त कक्ष निर्माण के लिए लगभग 10 लाख रुपए दिए थे, लेकिन पैसे खर्च हो गए, लेकिन कक्ष अभी तक नहीं बना है, लिहाजा बच्चे आज भी आंगनबाड़ी भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. इसे भी पढ़ें : फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए नौकरी का जिन्न फिर सदन में निकला, अजय चंद्राकर ने शिकायतों पर हुई कार्रवाई पर मंत्री को घेरा, जानिए पूरा मामला…
प्राथमिक शाला में कक्षा 1 से कक्षा पांचवी तक लगभग 62 बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं, लेकिन बीते कई वर्षों से स्कूल भवन नहीं होने के कारण शिक्षक पेड़ के नीचे बैठाकर बच्चों को पढ़ाते थे. वहीं बारिश के दिनों में समीप स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की पढ़ाई पूरी कराई जा रही है. जहां पर आंगनबाड़ी के बच्चे एवं स्कूल के बच्चे एक ही कमरे में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं.
इस मामले में जनपद पंचायत के सीईओ निजामुद्दीन खान ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत 9 लाख 42 हजार रुपए मिले थे, जिससे अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराया जाना था. अब तक वह पूर्ण नहीं हुआ है. किस कारण से अब तक पूर्ण नहीं हुआ है, इसकी जानकारी लेकर उसे तत्काल पूर्ण कराया जाएगा. इसके साथ लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि सर्व शिक्षा अभियान जैसे महत्वपूर्ण योजनाओं के तहत इतनी बड़ी राशि भवन निर्माण के लिए शासन दे रही है, लेकिन जमीनी धरातल पर ठीक से क्रियान्वयन न होने के कारण मासूम छात्र-छात्राओं को या फिर पेड़ के नीचे या किसी अन्य बिल्डिंग में बैठकर शिक्षा ग्रहण करना पड़ रहा है.
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