दिल्ली. उत्तराखंड में सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म केदारनाथ को लेकर बवाल थम नहीं रहा है। एक तरफ जहां हाईकोर्ट ने फिल्म को लेकर दाखिल याचिका खारिज कर दी वहीं सीएम ने कहा कि फिल्म की रिलीज को लेकर जिलों के जिलाधिकारी और एसएसपी कानूनी व्यवस्था की स्थिति के लिहाज से निर्णय लेंगे।
इसके बाद डीएम सुशील कुमार ने पौड़ी, डीएम नीरज खैरवाल ने उधमसिंह नगर और डीएम विनोद कुमार सुमन ने नैनीताल और डीएम एस ए मुरुगेशन ने देहरादून जिले में भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी।
सरकार की पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के अधीन बनी कमेटी की गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में हुई बैठक कर फिल्म रिलीज पर उत्तराखंड में रोक लगाने के बजाए जिलों पर जिम्मेदारी छोड़ दी है। शुक्रवार सुबह देशभर में फिल्म रिलीज होने जा रही है। कमेटी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को रिपोर्ट सौंपकर सभी जिलों को निर्णय से अवगत करवा दिया है। वहीं गृह विभाग को रिलीज के बाद स्थिति पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। समिति में डीजीपी अनिल रतूड़ी, सचिव गृह नितेश झा और सचिव सूचना दिलीप जावलकर शामिल हैं।
समिति ने फिल्म देखने के बाद निर्णय लिया कि फिल्म प्रदर्शन पर जिलाधिकारी और एसएसपी पहले कानूनी व्यवस्था की स्थिति देखेंगे। भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद उसके दृश्यों पर आपत्ति दर्ज करवाई थी। इससे पहले दिन में फिल्म केदारनाथ के विरोध में विभिन्न हिंदूवादी संगठनों ने बृहस्पतिवार को शहरभर में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सिनेमाघरों के सामने फिल्म के पोस्टर फाड़कर विरोध किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि फिल्म में हिंदुओं की आस्था और पवित्र धाम केदारनाथ की छवि धूमिल करने के दृश्य हैं। फिल्म केदारनाथ सात दिसंबर को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।