NEET पेपर लीक मामले में CBI की 15 सदस्य टीम 3 आरोपियों को हजारीबाग के उस राज गेस्ट हाउस में ले गई, जहां सॉल्वरों ने पेपर सॉल्व किया था. CBI ने वहां जांच के दौरान सीन रीक्रिएट किया और ये समझने की कोशिश की कि कैसे , कब, कहां और किसने पेपर लीक मामले में अपनी अपनी भूमिका निभाई है.

CBI की टीम के साथ 3 लोगों में 1 पंकज कुमार, जो मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. 2 राज गेस्ट हाउस का मालिक राजकुमार सिंह था. 3 पेपर सॉल्वर गैंग का छात्र बताया जा रहा है. सभी को टीम मुंह ढक कर राज गेस्ट हाउस के अंदर ले गई थी. डेढ़ घंटे सीन को रीक्रिएट किया गया और जांच अभियान चलाया गया. इसके बाद टीम पुनः उन्हें लेकर पटना के लिए रवाना हो गई है.

टीम ने सभी का मुंह ढक रखा था जाते-जाते टीम ने राज गेस्ट हाउस को एक बार फिर से सील कर दिया है. वहां पर CBI का नोटिस चस्पा कर दिया है. CBI के एक अधिकारी ने चलते-चलते ही बताया कि अभी CBI की टीम जांच कर रही है, अभी कुछ बोलना मुश्किल है.

हजारीबाग से ही NEET प्रश्न पत्र लीक मामले के तार जुड़े थे, जिसके बाद टीम लगातार यहां पर कैंप करके जांच की थी और हजारीबाग से 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही प्रश्न पत्र लीक किया गया था. जिसमें पंकज कुमार का भी हाथ था. सूत्र यह भी बताते हैं कि इसी राज गेस्ट हाउस में पेपर सॉल्वर गैंग गिरोह ठहरा हुआ था, जो क्वेश्चन पेपर को सॉल्व करके छात्रों के पास फॉरवर्ड करने का काम किया था, इसी सीन को CBI की तरफ से फिर से रीक्रिएट किया गया.

जांच में अब तक क्या

मेडिकल के 7 स्टूडेंटस समेत 36 की गिरफ्तारी हाे चुकी है, CBI ने जांच अपने हाथ में लेने के बाद अब तक 33 जगहों पर छापेमारी की है. अब तक 36 लोगों की गिरफ्तारी हाे चुकी है जिसमें बिहार पुलिस ने 15 काे गिरफ्तार किया था. CBI ने लीक से जुड़े कई सबूत भी बरामद किए हैं.