पेरिस. फ्रांस की राजधानी पेरिस में आज शुक्रवार को ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से कुछ घंटे पहले फ्रांस के हाई-स्पीड रेल नेटवर्क पर एक ही समय पर SNCF की अटलांटिक, उत्तरी और पूर्वी सहित कई रेल लाईनों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. रेलवे स्टेशनों में तारों को भी जला दिया गया है. इस घटना के पीछे किसका हाथ है, यह फिलहाल पता नहीं चल सका है.

पीएम ने हमले को बताया साजिश

रेलवे पर हुए इस हमले से आज लगभग ढाई लाख यात्री प्रभावित हुए. वहीं मरम्मत में हफ्ते भर का समय लगेगा, इस दौरान लगभग 8 लाख यात्री प्रभावित रहेंगे. इसे फ्रांस के पीएम गेब्रियल अट्टल ने कहा कि यह घटना ओलिंपिक में बाधा डालने की सोची समझी साजिश है.

भारत के 177 खिलाड़ी भी ओलंपिक में होंगे शामिल

बता दें, पेरिस में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक ओलंपिक का आयोजन किया गया है, जिसमें 206 देशों के 10 हजार 506 खिलाड़ी शामिल होने पहुंचे हैं. भारत से भी 117 खिलाड़ी इसमें शामिल होने फ्रांस गए हैं. ऐसे में इस तरह की भयावह घटना ओलंपिक में खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गया है. एसएनसीएफ (रेलवे) ने इस घटना के बाद यात्रियों से अपनी यात्राएं स्थगित करने और ट्रेन स्टेशनों से दूर रहने का आग्रह किया है.

इस मामले में परिवहन मंत्री पैट्रिस वर्गीटे ने कहा कि फ्रांस के हाई-स्पीड टीजीवी रेल नेटवर्क पर बड़े पैमाने पर यह हमला एक घृणित और आपराधिक कृत्य है. रेल यातायात पर इस हफ्ते इसके बहुत गंभीर परिणाम होंगे, क्योंकि उत्तरी, पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी फ्रांस की ओर जाने वाले कनेक्शन आधे हो गए हैं, जबकि रेल ऑपरेटर एसएनसीएफ के मुख्य कार्यकारी जीन-पियरे फरांडौ ने कहा कि 800,000 यात्री प्रभावित हुए हैं. ट्रेनों को अलग-अलग ट्रैक पर भेजा जा रहा है “लेकिन हमें उनमें से बड़ी संख्या को रद्द करना होगा”. दक्षिण-पूर्वी लाइन प्रभावित नहीं हुई क्योंकि दुर्भावनापूर्ण कृत्य को विफल कर दिया गया है. फिलहाल पेरिस प्रशासन हमले की जांच में जुट गया है.