अभिषेक सेमर, तखतपुर। छत्तीसगढ़ में नाले, नदी, तालाब और कुएं को पाटने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला बिलासपुर जिले में देखने को मिला है, जहां रसूखदार ने सेटिंग कर नाले को पाटकर दीवाल खड़ी कर दी. मामले की शिकायत होने पर एसडीएम ने पटवारी के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की है. इसे भी पढ़ें : CG MORNING NEWS : नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे CM साय , केंद्रीय बजट की खूबियां गिनाएंगे 4 केंद्रीय मंत्री, प्रदेश में जनसमस्या निवारण पखवाड़ा आज से… राजधानी में आज …

यह पूरा मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर अनुभाग का है, जहां नागोई ग्राम में स्थित नाले पर लता अग्रवाल ने पटवारी सुरेश कुमार मिश्रा से सेटिंग कर कब्जा कर लिया था, और बाकायदा नाले की चिन्हित भूमि को पाटकर दीवाल बनाकर कब्जा कर लिया. इस मामले की शिकायत होने पर तखतपुर एसडीएम ने पटवारी रमेश कुमार मिश्रा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है.

बता दे कि इस तरह के लगातार मामले आते जा रहे हैं. इससे पहले भी तखतपुर अनुभाग के बहुत चर्चित गोखले नाला का भी ममला सामने आया था, जिसमें पटवारी और अन्य राजस्व अधिकारियों के साथ मिलकर विनायक प्लाजा के बिल्डर ने लगभग 22 डिसमिल जमीन गोखले नाला को पाठ कर आलीशान कॉम्प्लेक्स बनाया लिया है. हालांकि, इस मामले में भी एसडीएम ने नोटिस जारी किया था, जिस पर बिल्डर के तरफ से जवाब पेश किया गया है, लेकिन वह जवाब भी ऐसा है कि राजस्व अधिकारियों के आंख में धूल झोंकने के बराबर है.

राजस्व अधिकारियों के द्वारा पूर्व में सेटिंग कर पहले से कराए गए सीमांकन रिपोर्ट को आधार मानकर पेश किया गया है. वर्तमान मौका निरीक्षण जांच के बाद इसकी हकीकत कुछ और बयान हो रही है. बिल्डर के जवाब कहीं ना कहीं राजस्व अधिकारियों को गुमराह कर रहे हैं.

मामले में तखतपुर एसडीएम ज्योति पटेल इस मामले में लगातार कार्यवाही की बात कह रही हैं, लेकिन बिल्डर के जवाब के बाद कितना इस मामले में दम बच पाएगा यह तो आने वाले दिनों में एसडीएम द्वारा किए जा रहे कार्यवाही के कदम पर अंदाजा लगाया जा सकता है, या फिर एसडीएम द्वारा जांच को ठंडे बस्ते में रखकर फाइल को धूल खाने के लिए छोड़ दिया जाता है यह आने वाला वक्त ही बताएगा.