Mata Prasad Pandey: ब्राह्मण फेस माता प्रसाद पांडेय यूपी विधानसभा (UP Assembly) में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं। सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Singh Yadav) का पत्ता काटते हुए माता पांडेय के नाम पर मुहर लगाई। रविवार को सपा (SP) ने लेटर जारी करते हुए इसका ऐलान किया। माता प्रसाद पांडेय अखिलेश सरकार में विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इटावा से विधायक माता प्रसाद पांडेय कल से यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर बैठेंगे।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश विधानसभा में महबूब अली को सपा ने विधनासभा में अधिष्ठाता मंडल की कमान की गई है। वहीं कमाल अख्तर को मुख्य सचेतक और राकेश कुमार उर्फ आर के वर्मा को उपसचेतक की जिम्मेदारी दी है।
बता दें कि सपा चीफ अखिलेश यादव के लोकसभा जाने के बाद से नेता प्रतिपक्ष का पद विधानसभा में रिक्त पड़ा हुआ था। काफी दिनों से चर्चा थी कि विधानसभा में अखिलेश यादव चाचा शिवपाल को भी यह जिम्मेदारी दे सकते हैं। इसके साथ ही इस लिस्ट में सपा नेता इंद्रजीत सरोज का भी नाम था। हालांकि उन्होंने अपने बयान से साफ कर दिया था कि यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के लिए मैं दौड़ में नहीं हूं, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनेंगे वही सर्वोपरि होगा।
माता प्रसाद पांडेय का सियासी सफर
माता प्रसाद पांडेय ने अपना पहला चुनाव साल 1980 में जनता पार्टी से लड़ा था और पहली बार विधानसभा में जगह बनाई। इसके बाद साल 1985 के चुनाव में इन्होंने लोकदल से जीत हासिल की थी। फिर 1989 के चुनाव में जनता दल से विजय हासिल की। साल 1991 में इनके विजय रथ पर लगाम लगी और इस साल इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 1996 के चुनाव में भी इन्हें फिर से पराजय का सामना करना पड़ा। इन दोनों चुनाव में ये तीसरे नंबर पर रहे थे।
2002 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा
2002 के चुनाव में सपा प्रत्याशी के रूप में इन्होंने चुनाव लड़ा और एक बार फिर सदन में पहुंचे। 2007 और 2012 में ये फिर से सपा से ही विधानसभा पहुंचे। हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। साल 2022 में अखिलेश यादव ने इन पर एक बार फिर से भरोसा जताया और चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया। इस बार माता प्रसाद अखिलेश के उम्मीदों पर खरा उतरे और जीत हासिल कर सातवीं बार विधानसभा पहुंचे। 1991 में स्वास्थ्य मंत्री तथा 2003 में श्रम और रोजगार मंत्री बने रहे थे।
Kangana Ranaut: कंगना रनौत की संसद सदस्यता होगी रद्द! हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें