सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। बलरामपुर जिले के आयुर्वेद औषधालयों की दयनीय स्थिति को लेकर लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.com) ने रविवार को खबर प्रसारित की थी. जिसे बाद विभाग में हड़कंप मच गया है. वहीं आज संभागीय मुख्यालय में बैठी आयुर्वेद अधिकारी शशि जायसवाल निरीक्षण पर निकली. इस दौरान उन्होंने वाड्रफनगर आयुर्वेद अस्पताल और रामानुजगंज के आयुर्वेद औषधालय का निरीक्षण किया. जहां दोनों संस्थानों में सदस्य डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए. जिसके बाद अब दोनों आयुर्वेद डॉक्टरों पर कार्रवाई की जा सकती है. READ MORE : छत्तीसगढ़ : आयुर्वेदिक अस्पतालों की स्थिति बदहाल, सालों से डॉक्टर नदारद फिर भी मिल रहा वेतन, अधिकारी ने दिया अजीबोगरीब बयान

आयुर्वेद अधिकारी शशि जायसवाल ने वाड्रफनगर स्थित आयुर्वेद चिकित्सालय का निरीक्षण किया. इस दौरान प्रभारी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार पांडेय अनुपस्थित पाए गए. बीते कई दिनों से अनुपस्थित डॉक्टर पांडे को कारण बताओं नोटिस और उपस्थिति पंजी में गैर हाजिर प्रदर्शित किया गया. इसके बाद रामानुजगंज के आयुर्वेद औषधालय का निरीक्षण करने पर वहां भी सदस्य डॉक्टर अनुपस्थित पाए गए. बता दें कि जिले के लगभग आयुर्वेद औषधालय का यही हाल है. लेकिन खबर प्रकाशित होने के बाद जिम्मेदार अफसर जांच के लिए पहुंच रहे हैं.

इस अव्यवस्था को लेकर जब मीडियकर्मियों ने आयुर्वेद अधिकारी से सवाल किया तो उनका जवाब बेहद अजीबोगरीब रहा. उन्होंने जवाब दिया कि हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है और दूरी काफी होने के कारण हम निरीक्षण नहीं कर पाते हैं. लेकिन शासन के मनसा अनुरूप अगर आयुर्वेद औषधालय स्थापित किए गए हैं तो उसका लाभ जनता को मिलना चाहिए. क्योंकि इसके एवज में शासन लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर रही है.

वहीं निरीक्षण के दौरान जब मीडियाकर्मी मौके पर विजुअल बना रहे थे तो आयुर्वेद अधिकारी जायसवाल ने यह कह दिया कि मैं जिम्मेदार नहीं हूं हमारी वीडियो आप क्यों बना रहे हो. जब मीडिया कर्मियों ने उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने यह भी कह दिया कि हम कोई भी पक्ष नहीं देना चाहते.

इस पूरे मामले में लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने जब कलेक्टर से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि निरीक्षण के लिए निर्देशित किये दिए गए हैं और आगामी दिनों में आयुर्वेद विभाग और उनके अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराएंगे. लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि जिस अधिकारी को जिस विभाग की जिम्मेदारी दी गई वह अपने कार्यों का बखूबी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं और गोलमटोल जवाब दे रहे हैं.