सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिना मान्यता के संचालित हो रहे पैरामेडिकल इंस्टिट्यूटों के खिलाफ छात्र संगठन एनएसयूआई ने मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ता राजधानी स्थित श्रीष्टि पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट में नक़ली नोटों का बंडल लेकर पहुंचे और संस्थान के डायरेक्टर को पैसे थमाते हुए छात्रों को न ठगने का निवेदन किया।
एनएसयूआई के कार्यकर्ता प्रशांत गोस्वामी ने कहा कि रायपुर में कई गैर-मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट्स फर्जी तरीके से संचालित हो रहे हैं। ये संस्थान छात्रों को यह झासा देकर दाखिला लेते हैं कि उनके पास मान्यता प्राप्त है, जबकि असल में इन संस्थानों के पास आवश्यक मान्यता और अनुमोदन नहीं है।
प्रशांत गोस्वामी ने कहा कि बीएमएलटी (BMLT) और डीएमएलटी (DMLT) पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए छत्तीसगढ़ पैरामेडिकल काउंसिल से एनओसी प्राप्त करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, पाठ्यक्रम के संचालन के लिए काउंसिल से रजिस्ट्रेशन नंबर भी प्राप्त करना आवश्यक है। छत्तीसगढ़ के सरकारी मेडिकल विश्वविद्यालय, आयुष विश्वविद्यालय की सहमति के बिना किसी भी मेडिकल पाठ्यक्रम का संचालन गैर-कानूनी है।
प्रशांत गोस्वामी ने बताया कि बीएमएलटी और डीएमएलटी पाठ्यक्रमों के लिए 100 बिस्तरों वाला हॉस्पिटल होना भी अनिवार्य है। लेकिन श्रीष्टि पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट जैसे संस्थान केवल 2 कमरों में सैकड़ों छात्रों को दाखिला दे रहे हैं और डिग्री बांट रहे हैं, जो नियमों का उल्लंघन है।
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एनएसयूआई के अनुसार, इन छोटे-छोटे इंस्टिट्यूट्स में सैकड़ों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और उन्हें परीक्षा के लिए मध्यप्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में भेजा जाता है। छात्रों को रायपुर में पढ़ाई करवा कर, परीक्षा के बाद मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालय से सर्टिफिकेट प्राप्त कराया जाता है। यह प्रक्रिया छात्रों को भ्रमित करती है और फर्जी डिग्री देने का काम करती है।
फर्जी पाठ्यक्रमों का संचालन और नियमों का उल्लंघन
एनएसयूआई ने बताया कि इन संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य के लिए निर्धारित नियमों और मानकों के खिलाफ हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में बीएमएलटी और डीएमएलटी पाठ्यक्रमों के संचालन के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से एनओसी और रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करना आवश्यक है। यदि ये संस्थान इन दोनों की उपलब्धता के बिना पाठ्यक्रम चला रहे हैं, तो यह छात्रों को फर्जी डिग्री देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
एनएसयूआई ने रायपुर में निम्नलिखित ग़ैर-मान्यता प्राप्त पैरामेडिकल इंस्टिट्यूटों की सूची भी जारी की है:
- श्रीष्टि पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट, अश्वनी नगर
- एपी पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट, कमल विहार
- एपीजे अब्दुल कलाम पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट (वर्तमान में एचबी पैरामेडिकल के नाम से), विनायक विहार रिंग रोड 01
- श्री रामा पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट, महावीर नगर
एनएसयूआई की मांग
एनएसयूआई ने इन फर्जी संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और आरोप लगाया है कि यह छात्रों को गलत जानकारी देकर उन्हें ठग रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि इन संस्थानों की जांच की जाए और छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
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