UP Aassembly Monsoon Session 2024. समाजवादी पार्टी के विधायक समरपाल सिंह ने विधानसभा में शिक्षा मित्रों के मानदेय का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि हाल ही में जब वह एक मंत्री के पास गए, तो मंत्री अपने कुत्ते को सहला रहे थे. जब उन्होंने पूछा कि कुत्ता पालने में कितना खर्च आता है, तो मंत्री ने बताया कि इसका खर्च 20 हजार रुपए है. इसके विपरीत, शिक्षामित्रों का मानदेय सिर्फ 10 हजार रुपए है.

समरपाल सिंह ने इस तुलना के माध्यम से शिक्षा मित्रों के मानदेय को कुत्ते की देखभाल के खर्च से कम बताया और सरकार से मांग की कि शिक्षा मित्रों का मानदेय 30 हजार रुपए किया जाए. बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सपा सदस्य ने शिक्षा मित्रों के कार्य की तुलना पशुओं से की है, जो कि उचित नहीं है. मंत्री ने इस बयान की निंदा की और कहा कि यह एक असंवेदनशील और अपमानजनक टिप्पणी है.

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मंत्री संदीप सिंह ने दिया ये जवाब

मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि शिक्षा मित्रों का मानदेय सपा सरकार के समय 3500 रुपए था, जिसे वर्तमान सरकार ने बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में अगर मानदेय बढ़ाने का कोई प्रस्ताव आएगा, तो सदन को अवगत कराया जाएगा और उस पर विचार किया जाएगा.

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