जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर जिले के आगोलाई गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है. इस मामले में जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम आवास योजना में हुई अनियमितताओं की जांच के लिए एक आठ सदस्यीय टीम गठित की गई थी, जिसकी रिपोर्ट अब मिल चुकी है. उन्होंने कहा योजना के अंतर्गत हुए भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है.

जांच में सामने आईं अनियमितताएं

जिला कलेक्टर ने बताया कि आगोलाई क्षेत्र में कुल 248 आवासों का सत्यापन किया गया. जांच के दौरान 16 आवेदक अपात्र पाए गए, जिन्होंने नियमों की अनदेखी करके लाभ प्राप्त किया था. इन अपात्र लाभार्थियों को नोटिस जारी कर वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

ग्राम अधिकारी और सरपंच के खिलाफ कार्रवाई

कलेक्टर अग्रवाल ने बताया कि आगोलाई के ग्राम अधिकारी अंगद मीणा को तुरंत निलंबित कर दिया गया है और उन्हें चार सीसीए की चार्जशीट भी दी गई है. इस योजना में संलिप्त अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी जांच की जा रही है. आगोलाई के सरपंच के खिलाफ भी धारा 38 के तहत कार्रवाई की जा रही है.

कलेक्टर की आम लोगों से अपील

कलेक्टर ने आम लोगों से अपील की है कि राज्य सरकार सुशासन और अच्छा प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. यदि किसी अधिकारी द्वारा भ्रष्टाचार या अनुचित मांग की जाती है, तो लोग सीधे जिला प्रशासन या एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत करें. शिकायतकर्ताओं की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी.

जिला कलेक्टर ने इस घटना के माध्यम से साफ संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.