परवेज खान, शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में आदिवासी कल्याण के लिए संचालित आदिमजाति कल्याण विभाग में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और न ही उसकी सुनवाई हो रही है। दरअसल, मेडिकल कॉलेज के पास स्थित आदिमजाति कल्याण के हॉस्टल की आदिवासी महिला चपरासी ने प्रिंसिपल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

महिला चपरासी का आरोप है कि प्रिंसिपल राजकुमार बघेल ने नहाने के दौरान फोटो खींच लिया और वह लगातार जबरदस्ती करनी की कोशिश करता है। इसके अलावा वह उसे कमरे में भी बुलाता है। पीड़िता का यह भी कहना है कि प्रिंसिपल ने उसे धकमी भी दी है कि अगर वह इसकी शिकायत करेगी तो उसे जान से मार देगा। पीड़ित आदिवासी महिला ने मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर से की है। लेकिन अब तक पीड़िता की कोई सुनवाई वरिष्ठ अधिकारियों ने नहीं की है।

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वहीं, जब आदिमजाति विभाग के संयोजक से इस मामले को लेकर बात करनी चाही तो वह अनजान बनकर कुछ भी बोलने से इंकार करने लगे। इधर, प्रिंसिपल भी मीडिया से बचते नजर आए। अब देखना होगा कि इस मामले में पीड़िता को न्याय मिलता है या नहीं या फिर वह इंसाफ पाने के लिए धर-धर भटकते रहेगी।

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