आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. शहर के गांधी नगर वार्ड में डीआरजी जवान द्वारा अपने सर्विस रायफल से गोली चलाने का मामला सामने आया था. जिसमें पवन गुप्ता नामक व्यक्ति को गोली लग सकती थी, लेकिन वह बाल-बाल बच गए. मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी डीआरजी जवान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए उसे निलंबित कर दिया है औऱ उस पर कानूनी कार्रवाई कर रही है.

दरअसल मामला जगदलपुर के गांधी नगर वार्ड का है, जंहा डीआरजी जवान दिनेश पवन गुप्ता नामक व्यक्ति के यहां किराए से रहता था. मकान मालिक पवन गुप्ता के मुताबिक बीते 3 दिसंबर को उनके औऱ दिनेश के बीच दोनों के बच्चो के बीच हुए झगडे को लेकर मामूली सा विवाद हुआ था. उसके बाद दिनेश ने नशे की हालत में गाली गलौच करते हुए हाथापाई शुरू कर दी. बीच बचाव करने आए उनके परिवार के सदस्यों के साथ भी दिनेश ने हाथापाई की.

पवन का कहना है कि मारपीट के बाद उनकी पत्नी पूर्णिमा और मां ने उन्हें जबरदस्ती एक कमरे मे बंद कर दिया. इसी बीच दिनेश अपनी सर्विस राय़फल एके-47 लेकर आया और फायर कर दिया. पवन ने बताया कि दिनेश ने जो गोली चलाई थी वह रेंलिग पर लगी और फिर छत पर जा टकराई औऱ वंहा से कांच को तोडते हुए बाहर निकल गई. घटना के तुरंत बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हे आईसीयू में भर्ती कराया गया.

जवान

पवन के मुताबिक जब परिवार वाले दिनेश के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने बोधघाट थाना पंहुचे तो पुलिस ने मामले को रफादफा करने की बात कहते हुए तीन दिनों तक दिनेश के खिलाफ एफआईआर ही दर्ज नहीं की, जिसके बाद लगातार दबाव बनाने पर दिनेश के खिलाफ बोधघाट पुलिस ने आखिरकार एफआईआर दर्ज कर लिया.

बोधघाट के थाना प्रभारी धनजंय सिन्हा ने बताया कि डीआरजी जवान दिनेश ने विवाद होने से एक दिन पहले सर्विस रायफल की सफाई करने के दौरान मिस फायर होने की सूचना अपने संबंधित अधिकारी को दी थी, हांलाकि जवान द्वारा बिना जानकारी दिए अपनी सर्विस रायफल घर ले जाने के चलते पुलिस के अधिकारी ने डीआरजी जवान दिनेश को निलंबित कर उसके पास से एके 47 रायफल भी जब्त कर लिया गया है. वहीं शिकायत के आधार पर पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई किए जाने की बात कह रही है.