जानिए क्यों मनाई जाती है सावन शिवरात्रि, भोलेबाबा को क्यों चढ़ाया जाता है गंगा जल

 सावन शिवरात्रि के दिन विधि -विधान से भगवान शिव की पूजा करने से और व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

 शिव भक्‍त गंगा नदी का पवित्र जल अपने कंधों पर लाकर सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर चढ़ाते हैं. 

महादेव  को सभी देवताओं में सबसे सरल माना जाता है और उन्‍हें मनाने में ज्‍यादा जतन नहीं करना पड़ता.

वहीं समुद्र मंथन के दौरान निकले विष को भगवान शिव घटाघट पी गए.

इसके परिणामस्‍वरूम वह नकारात्मक ऊर्जा से पीड़ित हो गए.

त्रेता युग में रावण ने शिव का ध्यान किया और वह कांवड़ का इस्‍तेमाल कर गंगा के पवित्र जल को लेकर आया. 

गंगाजल को उसने भगवान शिव पर अर्पित किया.  इस तरह उनकी नकारात्‍मक ऊर्जा दूर हो गई.

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