न्यूयार्क। अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के लिए आखिरकार डेमोक्रेटिक पार्टी का नामांकन सुरक्षित कर लिया. इसके साथ ही नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ पार्टी की दावेदार के तौर पर स्थापित हो गई हैं. कमला हैरिस की दावेदारी इस मायने में भी खास है कि वे पहली भारतीय मूल की महिला होंगे. इसमें भारतीय और महिला दोनों महत्वपूर्ण है.

कमला हैरिस लगभग 4,000 पार्टी प्रतिनिधियों के इलेक्ट्रॉनिक वोट के लिए मतपत्र पर एकमात्र उम्मीदवार थीं. अब इस महीने के अंत में शिकागो सम्मेलन में उन्हें आधिकारिक रूप से उम्मीदवार घोषित किया जाएगा.

डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर पर्याप्त वोट हासिल करने के बाद पार्टी के जश्न में 59 वर्षीय कमला हैरिस ने कहा, “मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए संभावित डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं.”

गौर करने वाली बात यह है कि राष्ट्रपति जो बिडेन के फिर से चुनाव लड़ने के बाद से दो सप्ताह में कमला हैरिस ने पार्टी पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लिया है. किसी अन्य डेमोक्रेट ने टिकट के शीर्ष पर उनकी पदोन्नति को चुनौती देने के लिए आगे कदम नहीं बढ़ाया, जिससे किसी प्रमुख पार्टी के नामांकन को सुरक्षित करने वाली पहली अश्वेत और दक्षिण एशियाई महिला के रूप में उनकी पुष्टि एक औपचारिकता बन गई.

यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब कमला हैरिस अगले सप्ताह अपने नए साथी के साथ सात महत्वपूर्ण युद्धक्षेत्रों में चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही हैं – जिनके नाम की घोषणा कुछ ही दिनों में होने की उम्मीद है.

डेमोक्रेटिक पार्टी ने वर्चुअल नामांकन प्रक्रिया का फैसला किया है. नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने की समय सीमा 7 अगस्त है. इसके बाद 19 अगस्त को शिकागो में जब हजारों की संख्या में पार्टी समर्थक जुटेंगे, तब जोरदार जश्न होने की उम्मीद है.

बता दें कि 21 जुलाई को ट्रम्प की व्हाइट हाउस की दावेदारी तब अस्त-व्यस्त हो गई, जब 81 वर्षीय बिडेन ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के रूप में कमला हैरिस का समर्थन करते हुए अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. उप राष्ट्रपति ने पहले ही धन उगाहने के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.