केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को पेरिस जाने की अनुमति नहीं दी है. मुख्यमंत्री मान को दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारतीय हॉकी टीम का समर्थन करने पेरिस ओलंपिक जाना था, जहां टीम 4 अगस्त को क्वार्टर फाइनल मैच खेलेगी. टीम में ज्यादातर खिलाड़ी पंजाब से हैं. मान ने विदेश मंत्रालय से राजनीतिक मंजूरी मांगी थी, जिसकी प्रतीक्षा की जा रही थी. शीर्ष स्तर के राजनीतिक नेताओं की यात्रा के लिए यह मंजूरी आवश्यक होती है.


मंजूरी मिलने पर 9 अगस्त तक विदेश में रहते सीएम
यदि मुख्यमंत्री को विदेश जाने की अनुमति मिल जाती, तो वह 9 अगस्त तक विदेश में रहते. मान तीसरे ऐसे नेता हैं जिन्हें विदेश यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है. इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय को भी विदेश यात्रा से रोका गया था. अनुमति न मिलने का कारण मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था बताया गया है.

पंजाब से 19 खिलाड़ी हॉकी टीम में मुख्यमंत्री मान ने कहा कि वह 3 अगस्त की रात को पेरिस के लिए उड़ान भरना चाहते थे ताकि भारतीय हॉकी टीम के मैच में समय पर पहुंच सकें. उन्होंने कहा, “मैं टीम को प्रोत्साहित करना चाहता हूं. 22 में से कम से कम 19 खिलाड़ी पंजाब से हैं. मुझे अपने लड़कों पर गर्व है और मैं जानता हूं कि मेरी उपस्थिति उनके हौसले को बढ़ाएगी.”

कॉल पर टीम को नसीहत


मुख्यमंत्री ने टीम इंडिया को खेल के दौरान दिखी कमियों पर भी सलाह दी. उन्होंने भारतीय कप्तान से कहा कि सेंटर से बहुत गेम मिल जाते हैं. कल ऑस्ट्रेलिया को बहुत गैप मिले हैं. उन्होंने कहा, “आस-पास, लेफ्ट राइट कोई दिक्कत नहीं, लेकिन वे सेंटर में घुस रहे थे. कोच साहिब ब्रेक में आपको समझा भी रहे थे.”

गोल्ड लेकर आओ तो एयरपोर्ट पर रिसीव करूंगा

मुख्यमंत्री मान ने वादा किया कि यदि टीम गोल्ड लेकर आएगी, तो वह एयरपोर्ट पर उन्हें लेने आएंगे. उन्होंने कहा, “केंद्र ने अनुमति नहीं दी, लेकिन कोई बात नहीं, समझो कि हम साथ ही हैं. अभिषेक, मनदीप, गुरजंट, शमशेर सभी को मेरी तरह से हौसला बढ़ाना और सभी को गुडलक.”