Punjab News: चंडीगढ़. केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान एक बार फिर आमने-सामने हैं. इस बार मुद्दा पेरिस ओलंपिक्स है. जहां मुख्यमंत्री भगवंत मान को फ्रांस में हो रही ओलंपिक्स खेलों में जाने की केंद्र से मंजूरी नहीं मिली है. अब पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा को भी अमेरिका में एक कार्यक्रम में जाने पर भी रोक लगाई गई है. इसके बाद से ही यह मुद्दा सियासी रंगत ले रहा है.
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने नाराजगी जताते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने पेरिस ओलंपिक्स में हॉकी खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाने जाना था, लेकिन डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के बावजूद मुझे निजी खर्च पर पेरिस जाना था. लेकिन मंजूरी नहीं दी गई है. इस बीच मान ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत से फोन पर बात कर कहा, कि वह टीम के साथ रहना चाहते थे, अब उन्हें टीवी स्क्रीन पर लाइव देखना पड़ेगा. लेकिन पूरा देश, खासकर पंजाब इस मैच के दौरान हॉकी के नायकों के साथ होगा. गोल्ड लाने वाली हॉकी टीम का भव्य स्वागत किया जाएगा.
केंद्र के फैसले पर सियासत
मुद्दे पर आप के विधायक चेतन सिंह जोड़ामाजरा ने कहा, मुख्यमंत्री वहां टीम का हौसला बढ़ाना चाहते थे. उन्हें रोकना नहीं चाहिए था. आप के कई नेताओं ने मंजूरी नहीं मिलने को सियासी वजह जिम्मेदार बताया. वहीं बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने कहा, केंद्र सरकार ने सुरक्षा के कारण किसी को भी मंजूरी नहीं दी है.
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