उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने पहाड़ी क्षेत्रों में स्थिति को गंभीर बना दिया है. बारिश की वजह से भूस्खलन हुआ है, जिससे कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं. इस आपदा की वजह से चारधाम यात्रा पर गए श्रद्धालु फंस गए हैं और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास जारी हैं.

भूस्खलन की वजह से चारधाम यात्रा मार्गों पर यात्रा बाधित हो गई है, और कई स्थानों पर श्रद्धालु अब भी फंसे हुए हैं. जानकारी के अनुसार, जगह-जगह पर हजारों श्रद्धालु फंसे हुए हैं और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए सघन प्रयास किए जा रहे हैं.

उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए कई हेलीकॉप्टरों का उपयोग किया जा रहा है. यूकाडा (उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) भी इस रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी तरह से जुटा हुआ है. अपर सचिव यूकाडा सी. रवि शंकर ने बताया कि “हमने अब तक 4000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है और मौसम साफ होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन को और तेज किया जाएगा.”

केदारनाथ में खराब मौसम में चौथे दिन भी बचाव कार्य जारी

केदारनाथ में खराब मौसम में चौथे दिन भी बचाव कार्य जारी है. केदारनाथ मार्ग पर फंसे 1865 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया. उत्तराखंड के 4 जिलों में आज भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल में अलर्ट में है. चीड़वासा हेलीपैड से भी रेस्क्यू शुरू हुआ. अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों को निकाला गया. लोगों को आपदा क्षेत्रों से सुरक्षित निकाला गया. केदारनाथ से कल 105 लोगों का रेस्क्यू हुआ. 105 से अधिक लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया. पुल निर्माण कार्य भी आज से शुरू कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें:  बुजुर्गों को लेकर धामी सरकार बना रही आवास नीति, कैबिनेट में लगेगी फाइनल मुहार