मानसून का मौसम अपने साथ कई समस्याएं लेकर आता है। इस उमस भरी गर्मी से राहत तो मिलती हैं, लेकिन स्किन से जुड़ी बहुत सारी प्रॉब्लम देखने को मिल जाती हैं। ऐसे में इस मौसम में खास देखभाल की जरूरत होती है। इस मौसम में चेहरे पर पिंपल्स होना आम बात है, लेकिन इसके होने के भी कई कारण हो सकते हैं। बरसात के दिनों में पिंपल्स ज्यादा दिक्कत करते हैं।चेहरे पर पिंपल्स होने पर कई लोगों को फोड़ने की आदत होती है। ऐसा करने से आपके चेहरे पर निशान और फिर से पिंपल होने का डर रहता है। इसके अलावा आप ऐसा करके खुद के लिए एक बड़ी समस्या खड़ी कर सकती हैं। ऐसे में पिंपल्स होने पर आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए।
बार-बार टच न करें
पिंपल को बार-बार छूने के पीछे साइकोलॉजी काम करती है। जैसे चेहरे पर पिंपल होने पर बार-बार छूना, दांत में कोई चीज फंस जाने पर जीभ का बार-बार उस हिस्से में जाना या कहीं चोट लग जाने पर बार-बार उस चोट के आसपास खरोंच करना आदि। ऐसे में पिंपल्स को बार-बार टच नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से पिंपल्स तो कम नहीं होंगे बल्कि और भी बढ़ सकते हैं।
पिंपल्स में दर्द हो तो क्या करें
पिंपल्स के कारण लगातार दर्द की समस्या भी होती है। ऐसे में नारियल तेल, एंटीसेप्टिक क्रीम या फिर तुलसी के साथृसाथ नीम के पत्तों का रस लेकर हल्के हाथों से पिंपल्स पर लगाएं। इन सभी चीजों में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद रहते हैं। इसके साथ ही ये दर्द और खुजली की समस्या को भी दूर करते हैं।
बैक्टीरिया से होता है इंफेक्शन
अक्सर कुछ लोग मुंहासे फोड़ देते हैं, जबकि पिंपल को पिचकाने या फोड़ने से इंफेक्शन का खतरा रहता है। दरअसल, टच करने से या फोड़ने से हाथों के साथ-साथ हवा में मौजूद बैक्टीरिया स्किन के अंदर प्रवेश कर जाते हैं, जहां ये बैक्टीरिया बढ़कर इंफेक्शन होता है। कई बार ये इंफेक्शन इतना गंभीर होता है कि चेहरे को सर्जरी कर की जरूरत पडती है।