लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजनीति में शुरु से ही ब्राह्मण वर्ग की अच्छी दखल रही है. लिहाजा पार्टियां इन्हें अपने पाले में करना चाहती हैं. लिहाजा अब समाजवादी पार्टी भी ब्राह्मण वोट खींचना चाहती है. इसलिए सपा अब दलित, पिछड़े और मुसलमानों के बाद अब ब्राह्मणों को भी साधने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी जनेश्वर मिश्र के जन्मदिन पर बड़े स्तर पर जन्मजयंती मनाने जा रही है.

अखिलेश यादव सवर्ण और ओबीसी सियासत के बीच संतुलन बनाने में जुटे हुए हैं. सपा 2027 में होने वाले चुनाव में 40 प्रतिशत वोट का लक्ष्य लेकर चल रही है. पार्टी को हाल के चुनाव में 33.59 प्रतिशत वोट मिले थे. जिसे पार्टी बढ़ाना चाह रही है.

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ब्राह्मण और ओबीसी में बैलेंस

ब्राह्मणों को साधने की रणनीति के तहत ही माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. इधर ओबीसी रणनीति के तहत बाबू सिंह कुशवाहा को लोकसभा में उपनेता बनाया गया है. इसके अलावा सपा सितंबर महीने में प्रदेश भर में पीडीए पंचायत करने वाली है. जिलों के बाद तहसील स्तर तक इस आयोजन को ले जाने की तैयारी है.