नितिन नामदेव, रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ का पहला पारंपरिक त्यौहार हरेली पूरे उत्साह के साथ मनाया. मुख्यमंत्री ने अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय और परिजनों के साथ मिलकर विधिवत रूप से तुलसी माता, नांगर, कृषि उपकरणों और गेड़ी की पूजा की. उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और किसानों की अच्छी फसल के लिए कामना की.

इस अवसर पर राउत नाचा के कलाकारों के विशेष आग्रह पर मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा धारण की, जिससे महोत्सव में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ. मुख्यमंत्री ने मंच से प्रदेशवासियों को हरेली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दीं. उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हरेली मुख्य रूप से किसानों का त्योहार है और छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है. वहीं मुख्यमंत्री ने कृषि यांत्रिकीकरण सब मिशन योजना के तहत किसानों को सौगात देते हुए ट्रैक्टर और हार्वेस्टर सहित अन्य कृषि यंत्रों का किया वितरण भेंट किया.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने सम्बोधन में कहा कि मैं सभी का आभार व्यक्त करता हूं आज आप सभी को त्यौहार की बधाई के साथ में कहना चाहता हूं पूरे छत्तीसगढ़ में हमारे सभी बुजुर्ग और महिलाओं को हरेली त्योहार की शुभकामनाएं देना चाहता हूं. आज हमने विधिवत यहां हरेली त्यौहार के अवसर पर महादेव की पूजा अर्चना की है. हमारे गांव के जो यंत्र होते हैं इन सभी कि पूजा की है और महादेव से हमने कामना की है आपका आशीर्वाद बराबर मिलते रहे.

छत्तीसगढ़ में खुशहाली हो, छत्तीसगढ़ के सब जगह पर सुख समृद्धि आए. वर्षा पानी ठीक से हो, अनाज की उपस्थिति से हो, सबके घर में सुख समृद्धि हो किसी भी प्रकार का दुख या परेशानी ना हो, रोग या बीमारी से भगवान रक्षा करें, ऐसे हरेली के प्रथम त्यौहार में पूजा अर्चना करके भगवान से प्रार्थना किए हैं. गौ माता की भी पूजा अर्चना किए हैं और उनसे भी आशीर्वाद मांगा है.

उन्होंने आगे कहा हरेली के त्योहार मुख्य रूप से किसानों का त्योहार होता है. छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है आज ज्यादातर 70 से 80% यहां के आबादी का मुख्य हिस्सा खेती है. उन्होंने आगे कहा कि हरेली मुख्य रूप से किसानों का त्योहार है और छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है.आज यहां की 70 से 80% आबादी मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि चाहे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार हो, नरेंद्र मोदी जी की सरकार हो, राज्य में डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में पंद्रह साल तक की सरकार हो या हमारी वर्तमान सरकार, हम हमेशा किसानों की चिंता करते हैं और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए काम करते हैं.

मुख्यमंत्री साय ने कहा, “एक बार फिर से छत्तीसगढ़वासियों और इस कार्यक्रम में आए सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं. इस अवसर पर मैं ईश्वर से सभी छत्तीसगढ़वासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना करता हूं.”

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, बीजेपी अध्यक्ष किरण देव, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री साय पूरी प्रतिबद्धता और सच्चे मन से प्रदेशवासियों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं, फलस्वरूप ईश्वर का आशीर्वाद भी मिल रहा है. प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है. उन्होंने कहा कि बीते छह माह में साय के नेतृत्व में किसानों के कल्याण के लिए बडे़ काम किए गए है, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. वहीं मंत्री टंकराम वर्मा, विधायक लता उसेंडी, मोती लाल साहू, अनुज शर्मा, संपत अग्रवाल, गजेन्द्र यादव, खुशवंत साहेब अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित थे.

मेहमानों के लिए बना छत्तीसगढ़ी पकवान

हरेली त्यौहार के मौके पर मुख्यमंत्री निवास छत्तीसगढ़ व्यंजनों से महक उठा। हरेली तिहार में आने वाले मेहमानों के लिए खास तौर पर ठेठरी, खुरमी, पिड़िया, अनरसा, खाजा, करी लड्डू, मुठिया, गुलगुला भजिया, चीला-फरा, बरा जैसे स्वादिष्ट पकवान बनाए गए थे, जिसका मेहमानों ने लुत्फ उठाया.

इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हरेली तिहार पर विधिवत शिव जी की पूजा अर्चना की गई. किसानों के कृषि यंत्रो की पूजा अर्चना की गई. महादेव से प्रदेश की खुशहाली प्रार्थना की गई. आज 23 ट्रैक्टर किसानों को प्रदान किए हैं और एक किसान को हार्वेस्टर भी दिया गया है.

भोरमदेव दर्शन पर मुख्यमंत्री साय ने कहा, सावन का महीना है कल भोरमदेव जा रहे हैं. भगवान शिव की पूजा अर्चना करेंगे. वहीं कावड़ियों पर पुष्प वर्षा करेंगे.