गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के अंतर्गत मैनपुर में मुक्तिधाम के लिए आरक्षित लगभग 6 एकड़ जमीन पर दबंगों ने सालों से कब्जा कर रखा है. ऐसे में अस्थाई रूप से बनाया गया मुक्तिधाम हर साल बारिश के मौसम में तब्दील हो जाता है. यही हाल हरदीभाठा मुक्तिधाम का भी है. ऐसे में दोनों मुक्तिधाम के लिए आज सुबह ग्रामिणों ने मैनपुर अस्पताल के सामने नेशनल हाइवे 130 सी पर चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शन के चलते हाइवे पर लंबे समय तक आवाजाही ठप रही. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को 15 दिन के भीतर अवैध कब्जा हटाने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया.

जानकारी के अनुसार, अवैध कब्जे के चलते 12 साल पहले जयंती नगर के स्कूल के करीब अस्थाई मुक्तिधाम बना गया. लेकिन देख रेख के अभाव में यहा भी गंदगी पसर गया. हर साल बारिश के मौसम में पूरा मुक्तिधाम दल दल में तब्दील हो जाता है. सालों से हो रही परेशानी के चलते स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने आज दुकाने बंद कर चक्काजाम का समर्थन किया.

6.84 लाख मंजूर पर खर्च नहीं कर पाई जनपद

ग्रामीणों का आरोप है कि चिन्हांकित मुक्तिधाम के विकास के लिए पंचायत मद में रूपए भी आए. मैनपुर जनपद को मुक्तिधाम के विकास के लिए 15 दिसंबर 20.2 में 6.84 लाख रूपए की मंजूरी मिली. इसके बाद भी वह इन पैसों को खर्च नहीं कर पाई.

वहीं इस मामले में मनरेगा के पीओ रमेश कंवर को फोन कर वजह जानने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. नए पदस्थ सीईओ डी एस नागवंशी पुराने फाइलों के बारे में ज्यादा कुछ जानते नही थे, लिहाजा उन्होंने कहा कि जांच करवाया जाएगा कि काम क्यों नहीं हुआ.