पेरिस। बैडमिंटन में तीन-तीन पदकों की उम्मीद लगाए भारतीयों के साथ दिग्गज खिलाड़ियों को लक्ष्य सेन के कांस्य पदक मुकाबले में इंडोनेशिया के खिलाड़ी से मिली हार से घोर निराशा हुई है. इस बात को मुखरता से बैडमिंटन के दिग्गज खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने कही है.
पेरिस ओलंपिक में बतौर मेंटर बनकर गए प्रकाश पादुकोण ने लक्ष्य सेन की हार के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एथलीटों को अपनी कमियों के लिए ज़िम्मेदारी लेने की ज़रूरत है. खास तौर पर चौथे स्थान पर आने के लिए और अपनी लापरवाही के लिए महासंघों को दोष देने पर.
प्रकाश पादुकोण ने कहा कि 64वें मिनट में मिल्खा सिंह और 80वें मिनट में पीटी उषा के बाद, हमारे पास कई चौथे स्थान पर आने वाले खिलाड़ी हैं. मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि खिलाड़ी भी ज़िम्मेदारी लें. कम से कम इस ओलंपिक और पिछले ओलंपिक के नतीजों के लिए आप महासंघों और सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहरा सकते. उन्होंने जो कुछ भी कर सकते थे किया. आखिरकार खिलाड़ियों की ज़िम्मेदारी बनती है कि वे तब आगे बढ़ें जब सबसे ज़्यादा ज़रूरत हो.
पादुकोण ने कहा कि इस समय खिलाड़ियों को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और जीतने का रास्ता खोजना चाहिए, न कि संघों से उनके लिए और अधिक करने की मांग करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है, न कि संघों से और अधिक की मांग करते रहने की. उन्हें खुद से पूछना चाहिए कि क्या वे पर्याप्त मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि इन सभी खिलाड़ियों के पास अपने फिजियो और सभी सुविधाएं हैं. मुझे नहीं लगता कि अमेरिका सहित किसी अन्य देश में इतनी सुविधाएं हैं.
पादुकोण ने सेन की हार पर अपनी निराशा और हताशा को और स्पष्ट करते हुए कहा कि 22 वर्षीय सेन को हार की जिम्मेदारी लेने, खुद को संभालने और मजबूत वापसी करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मैं और विमल (कुमार) लक्ष्य के चौथे स्थान से खुश नहीं हैं. वह निश्चित रूप से पदक जीत सकता था. मुझे पता है कि (विक्टर) एक्सेलसन कह सकते हैं कि लक्ष्य अगला सर्वश्रेष्ठ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है, क्योंकि पदक की संभावना थी.
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