राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर/कांकेर। प्राथमिक शाला का भवन जर्जर हो गया है. आलम यह है कि कक्षा पहली से लेकर पांचवीं तक की पढ़ाई एक ही कमरे में हो रही है. ऐसी स्थिति में केवल बच्चों को ही नहीं बल्कि शिक्षकों को भी परेशानी रही है. इसे भी पढ़ें : महादेव सट्टा एप पर ACB का एक्शन जारी, भिलाई में चार ठिकानों पर छापेमारी, दो को लिया हिरासत में…

मामला कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड के ग्राम भैसमुंडी का है, जहां पिछले 3 वर्षों से प्राथमिक शाला के जर्जर भवन के निर्माण की मांग के बाद भी प्रशासन ने कोई प्रयास नहीं किया. जिसका खामियाजा गांव के नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है. जर्जर भवन के कारण पालक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं.

आलम यह है कि स्कूल के कार्यालय के दस्तावेज बचाने के लिए भवन पर तालपत्री ढंककर रखा गया है. वहीं बच्चों को अनहोनी की आशंका के चलते एक अतिरिक्त कक्ष में बिठाकर पढ़ाया जा रहा है. कक्षा पहली से पांचवीं तक की पढ़ाई एक ही कक्ष में लगाई जा रही है, इससे पदस्थ तीन शिक्षकों और विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

संस्था के प्रधान पाठक केशव राम मंडावी ने बताया कि लगातार हर स्तर पर प्रयास किया जा चुका है, लेकिन कुछ नहीं हुआ. स्टाफ को भी पढ़ाने में समस्या का सामना करना पड़ता है. वहीं इस पर भानुप्रतापपुर एसडीएम आस्था राजपूत ने कहा कि भवन मरम्मत के लिए स्टीमेट भेजा गया है. पता कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.