बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों को टारगेट किया गया है. वहां तख्तापलट होने के बाद हालात बेकाबू हैं, लेकिन हम ढाका प्रशासन के संपर्क में हैं. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बांग्लादेश को लेकर यह जानकारी राज्यसभा में दी. उन्होंने कहा कि हम पूरी नजर बनाए हुए हैं.

फिलहाल वहां अंतरिम सरकार के गठन की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में खासतौर पर हिंदू काराबोरियों को प्रदर्शन के दौरान निशाना बनाया गया है. विदेश मंत्री ने बताया कि कुल 20 हजार भारतीय बांग्लादेश में थे. उपद्रव के तुरंत बाद हमारी ओर से एडवाइजरी जारी हुई थी, जिसके बाद 8 हजार लोग भारत लौट आए हैं. लेकिन अब तक 12 हजार लोग वहां पर हैं.

विदेश मंत्री ने बताया कि हालात बिगड़े तो इस्तीफा देने के बाद वहां की पूर्व PM शेख हसीना ने संपर्क किया था. वह भारत आने का अनुरोध कर रही थीं. उन्हें सुरक्षित रास्ता दिया गया. इसके बाद वह भारत आई हैं. एस. जयशंकर ने कहा कि हम बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों के संपर्क में हैं. बांग्लादेश में भले ही आरक्षण के विरोध में आंदोलन चल रहा था, लेकिन काली मंदिर और इस्कॉन मंदिरों पर हमले ने हिंदुओं की चिंताएं बढ़ा दी हैं.

मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर पर भीषण हमला हुआ है और वहां मूर्तियों को तोड़ दिया गया. इसके अलावा मंदिर के स्टाफ से भी मारपीट हुई है. 2 पार्षदों की भी हत्या की गई है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार ढाका, बरिशाल, राजशाही, पिरोजपुर, चटगांव, बोगुरा और रंगपुर जैसे इलाकों में मंदिरों पर हमले हुए हैं. यही नहीं सांप्रदायिक दंगों के इतिहास वाले नोआखाली में भी हिदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं. गौरतलब है कि 1947 में आज के बांग्लादेश में करीब 25 % हिंदू आबादी थे, जो अब महज 8 % ही रह गई है.

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने एस जयशंकर से सिखों की सुरक्षा की अपील की

केंद्रीय रेल और खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री ने आज बांग्लादेश में धार्मिक स्थलों पर हमलों पर चिंता व्यक्त की और ढाका में स्थित सिख धार्मिक स्थलों और देश में हिंदू मंदिरों की सुरक्षा की मांग की।

रवनीत बिट्टू ने विदेश मंत्री को एक आधिकारिक पत्र लिखते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से आग्रह किया कि वे बांग्लादेश में सेना के अधिकारियों के समक्ष ढाका में स्थित दो ऐतिहासिक सिख धार्मिक स्थलों गुरुद्वारा नानक शाही और गुरुद्वारा संगत टोला की सुरक्षा का मुद्दा उठाएं। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी और गुरु तेग बहादुर साहिब ने ढाका का दौरा किया था और उनकी याद में ये गुरुद्वारे बनाए गए थे। बिट्टू ने कहा कि बांग्लादेश में सिखों की आबादी बहुत कम है और कुछ भारत विरोधी तत्व धार्मिक स्थलों पर उत्पात मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय सिख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। उन्होंने बांग्लादेश और भारत में सिख समुदाय को आश्वासन दिया कि भारत सरकार सिख तीर्थस्थलों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगी।