Uttarakhand News। उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में 6वें दिन भी राहत-बचाव का काम जारी रहा। आज मंगलवार को करीब 150 स्थानीय लोगों को केदारनाथ से भीमबली के लिए NDRF और SDRF की देखरेख में रवाना किया गया। जंगलचट्टी से भी 161 लोगों को NDRF चीरबासा लेकर पहुंच रही है।

सोनप्रयाग में मंदाकिनी नदी पर सेना के बनाए गए पैदल पुल का निर्माण पूरा होने से रेस्क्यू और राहत कार्यों में बड़ी राहत मिली है। हालांकि, केदारघाटी में मौसम का मिजाज अभी तक ठीक नहीं हुआ है। विजिबिलिटी बाधित होने के चलते हैली सेवाओं से अब तक रेस्क्यू शुरू नहीं किया जा सका है।

फिलहाल, सड़क और पैदल मार्गों के पुनर्स्थापन का कार्य तेजी से शुरू किया गया है। अलग-अलग जगहों पर पीडब्लूडी की टीम की निगरानी में पैदल यात्रा मार्गों का निर्माण शुरू हो गया है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच वाश आउट एरिया और अन्य क्षतिग्रस्त मार्गों पर कार्य शुरू कर चुके हैं।

गौरतलब है कि 31 जुलाई को रुद्रप्रयाग जिले में लिंचोली, भीमबली समेत अन्य इलाकों में बादल फटने की वजह से यह तबाही आई थी। लोगों के रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत एयर फोर्स का चिनूक, एमआई-17, तीन टैंकर ATF की मद्द भेजी है। इससे पहले भी 2013 की आपदा में एक बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया गया था।