रेणु अग्रवाल, धार। मध्य प्रदेश के धार जिले के लबरावदा गांव में स्थित एकलव्य आवासीय छात्रावास के 17 बच्चों में अचानक अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल के लक्षण पाए जाने से हड़कंप मच गया है। इन प्रभावित बच्चों को एंबुलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय लाया गया है। जिम्मेदार अधिकारियों के अनुसार प्रभावित बच्चों की तमाम जांच पड़ताल के बाद ही इस बीमारी के पाए जाने की पुष्टि हो पायेगी।

डायरिया के बाद स्वाइन फ्लू ने दी दस्तकः जबलपुर में 11 मरीज के सैंपल पॉजिटिव निकले, स्वास्थ्य विभाग ने लक्षण दिखने पर जांच करा कर घर में रहने की दी सलाह

स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पाए गए लक्षण

दरअसल शासन के नियम के अनुसार 3 दिन पहले जिला मुख्यालय के नजदीक लबरावदा गांव में आवासीय छात्रावास में सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमें पहुंची स्वास्थ्य टीम को बच्चों में अनुवांशिक बीमारी सिकल सेल के लक्षण नजर आए। अस्पताल में बच्चों के परिजन भी साथ में मौजूद हैं। छात्रों में इस अनुवांशिक बीमारी के लक्षणों की चर्चा से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया था। वहीं प्रभावित बच्चों की जिला अस्पताल में प्रारंभिक जांच पड़ताल  की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इन सभी बच्चों का उपचार किया जाएगा। मामले को लेकर जिला चिकित्सालय के प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र चौधरी ने बताया कि छात्रावास के सभी प्रभावित 17 छात्रों का आवश्यक उपचार किया जा रहा है। 

खंडवा में डायरिया का प्रकोप: कुएं का दूषित पानी पीने से युवक की मौत, 33 लोग अस्पताल में भर्ती

सिकल सेल बीमारी में हंसिये के आकार की हो जाती है ब्लड सेल्स 

आपको बता दें कि चिकित्सा विज्ञान में सिकल सेल नामक उक्त गंभीर बीमारी अनुवांशिक बताई जाती है। जिसमें खून की कोशिकाओं के बिखरने, चटकने के बाद ब्लड सेल्स हंसिये के आकार की हो जाती है। साथ ही पीड़ित में हीमोग्लोबिन की कमी के साथ ही शरीर के जोड़ो में दर्द बना रहता है। असहनीय पीड़ा सहित कई गंभीर लक्षण सामने आते हैं। जिसके प्रभावी इलाज पर अभी तक संशय बना हुआ है। धार जिले में तेजी से बढ़ती इस गंभीर बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने केवल धार विकासखंड में ही 25 हजार लोगों की जांच की गई है। जिसमे बड़ी संख्या में पॉजिटिव भी पाए गए हैं। 

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m