देवरिया. जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां टॉयलेट के दरवाजे में एक छात्र की उंगली फंस गई और कुछ हिस्सा कटकर अलग हो गया. इसके बाद अध्यापक ने कटे हुए हिस्से को फिंकवा दिया और बिना अनुभवी डॉक्टर से इलाज करवाकर पट्टी करवा दी. घटना को लेकर अब पीड़ित के परिजनों ने अध्यापक पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
बता दें कि पूरा मामला सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मंदिर का है. जहां अध्यापक की लापरवाही छात्र के लिए मुसीबत तब बन गई जब उसकी उंगली का कुछ हिस्सा टॉयलेट के दरवाजे से कट गया. लेकिन अध्यापक ने इस घटना को हल्के में लिया और बच्चे का इलाज ठीक तरीके से नहीं करवाया.
वहीं जब घटना की सूचना बच्चे के परिजनों को लगी तो परिजन उसे अनुभवी डॉक्टर के पास लेकर गए. जहां डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि उंगली का कटा हुआ हिस्सा मिल जाए तो स्टिच लगाकर उसे ठीक करने की कोशिश की जा सकती है. जिसके बाद जैसे-तैसे घर वालों ने कूड़े के अंबार से उंगली खोजी. हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी थी.
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