Crime News. मुरादाबाद में एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी. महिला ने सोचा कि पति को मारकर प्रेमी के साथ मौज करेगी, लेकिन अपराधी महिला और उसका प्रेमी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. मामले में 7 साल बाद कोर्ट ने आरोपी महिला, उसके आशिक और एक अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. उन पर 25-25 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.

यह फैसला मंगलवार को मुरादाबाद में फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम मो. फिरोज ने सुनाया है. पूरा मामला नवंबर 2017 का है. मैनाठेर के गांव महमूदपुर माफी का नारायण सिंह 6 नवंबर 2017 को अचानक घर से लापता हो गया था. भाई सूखा राम ने 10 नवंबर 2017 को रिपोर्ट दर्ज कराई था. रिपोर्ट में कहा कि उसका छोटा भाई नारायण सिंह गायब हो गया है. नारायण की पत्नी प्रेमवती 6 नवंबर से पति को गायब बता रही है.

इसे भी पढ़ें – Ayodhya Gang Rape: पीड़िता का कराया गर्भपात, DNA जांच के लिए भेजा भ्रूण सैंपल, एक भी आरोपी का मैच होने पर सपा नेता की बढ़ेंगी मुश्किलें

भाई ने पुलिस से की शिकायत

शख होने पर सूखा राम ने भाभी प्रेमवती पर अवैध संबंधों के चलते पति के अपहण का आरोप लगाया. बोला कि प्रेमवती का शादी के बाद अपनी ही बहन के देवर राजकुमार के साथ अवैध संबंध था. नारायण सिंह को इस बात की भनक लग गई थी. तब से पति-पत्नी में अनबन रहती थी. सूखा राम ने कहा कि प्रेमवती ने ही राजकुमार से प्रेम संबंधों के चलते दो अन्य लोगों के साथ मिलकर नारायण सिंह का अपहरण किया होगा.

इसे भी पढ़ें – नियतखोर देवर ने किया ऐसा काम, भाभी हो गई बेहोश, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

नदी के पूल के नीचे मिला शव

शिकायत में कहा कि उसने और साथी सुनील ने राजकुमार को 6 नवंबर को दो अन्य साथियों के साथ प्रेमवती के घर में बात करते देखा था. पुलिस ने शिकायत के आधार पर छानबीन शुरू की. कॉल डिटेल और पूछताछ में पुलिस को सुराग मिले. गुमशुदगी को लेकर पुलिस ने केस का खुलासा करते हुए पत्नी प्रेमवती और राजकुमार व एक अन्य से पूछताछ की. घटना के एक दिन बाद ही नारायण सिंह की लाश गागन नदी के पूल के नीचे से शव मिला.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक