नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां 62 ग्रामों में बिना अनुमति के वाटर RO थोप दिया गया। इस मामले में जनपद अध्यक्ष सविता धुर्वे पर निजी सप्लायर को संरक्षण का देने का आरोप लगा है।

जनपद पंचायत बिरसा की 62 ग्राम पंचायतों में नियम के खिलाफ 200 RO प्रति नग 15,999 रुपए की दर से लगभग 32 लाख की अवैध रूप से सप्लाई का मामला सामने आया है। कुछ पंचायत में 1 तो किसी में 3-3 आरो की सप्लाई की गई है और इसके एवज में 9 ग्राम पंचायत ने भुगतान भी कर दिया है। कुछ पंचायत ने मामला नियम के खिलाफ होने की जानकारी पता होने पर भुगतान नहीं किया है।

इस मामले में सरपंचों ने बताया कि एक निजी फर्म दिनकर इंटरप्राइजेज ने जनपद अध्यक्ष सविता धुर्वे से सेटिंग करते हुए, इसकी सप्लाई उनके यहां पर अवैध रूप से की है। अध्यक्ष सविता धुर्वे स्वयं अपने वाहन से आरो लेकर ग्राम पंचायत-ग्राम पंचायत पहुंचीं और सप्लाई किया। अब वह भुगतान के लिए भी दबाव बना रही हैं।

5 वें वित्त के अंतर्गत प्राप्त राशि के तहत यह सप्लाई हुई थी और उसमें इस तरह की सेटिंग कर नियम विरुद्ध सप्लाई करने से पंचायत के सरपंचों पर अब कारवाई होने की स्थिति बन गई है। जिसके चलते इस मामले को लेकर सरपंचों ने प्रशासन से जनपद अध्यक्ष और नियम विरुद्ध सप्लाई करने वाली फर्म दिनकर इंटरप्राइजेस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि जनपद अध्यक्ष ने उनके ऊपर दबाव डालकर इस तरह के अवैध कार्य सप्लाई करने संबंधित किया गया है।

हालांकि, इस मामले में जनपद अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें आरो सप्लाई की जानकारी है। बाहर के किसी एक कंपनी ने सप्लाई करने की जानकारी मिली है। जनपद में कई एजेंसी आती है और उन्होंने क्या किया, मैं नहीं कह सकती। उन पर आरो सप्लाई करने का लगाया जा रहे आरोप पूरी तरह से गलत है।

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