चंडीगढ़ : संसद सदस्य (राज्यसभा) सतनाम सिंह संधू ने संसद में मानसून सत्र के शून्यकाल के दौरान पंजाब में वन्यजीव अभयारण्यों में सुधार और प्रवासी पक्षियों की घटती संख्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने वेटलैंड्स के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “पंजाब का पर्यावरण बहुत सुहावना है और कई प्रवासी पक्षियों के लिए अनुकूल है।

वन्यजीवों की देखभाल और प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए अभयारण्यों का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रवासी पक्षी भारत को चुनते हैं क्योंकि यहां उनके लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।”

संधू ने बताया कि पंजाब में वन्यजीवों की देखभाल के लिए 7 अभयारण्य हैं, जिनमें से 6 को सुरक्षित घोषित किया गया है और ये रामसर साइट्स के रूप में मान्यता प्राप्त हैं। उन्होंने कहा कि इनकी संख्या में कमी के कारण हर साल पंजाब में आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या में गिरावट आ रही है। हमें राज्य में प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए इन अभयारण्यों के संरक्षण के लिए तेजी से काम करने की आवश्यकता है।

घटती विदेशी पक्षियों की संख्या चिंता का विषय – संधू
इस मुद्दे पर विस्तार से जानकारी देते हुए सांसद श्री संधू ने कहा कि सैंडपाइपर, प्लोवर, गल्स, टर्न्स, यूरेशियन कूट, गेडवाल, कॉमन पोचार्ड, यूरेशियन विगन, रूडी, शेल्डक, कॉमन टील, स्पूनबिल और पेंटेड स्टॉर्क जैसी कुछ दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी हर साल वन्यजीव अभयारण्यों में आते हैं। उन्होंने बताया कि 2021-22 में पंजाब के वन्यजीव अभयारण्यों में आने वाले प्रवासी पक्षियों की संख्या 95,928 थी, जो 2022-23 में घटकर 85,882 रह गई है।

आमतौर पर प्रवासी पक्षियों का सबसे बड़ा हिस्सा हरीके वन्यजीव अभयारण्य (वेटलैंड) में आता है। 2023 में विभिन्न देशों से 65,000 से अधिक प्रवासी पक्षी आए, जो 2021 में आए पक्षियों की संख्या से लगभग 12 प्रतिशत कम थे। वन्यजीव अभयारण्यों की सुरक्षा के साथ-साथ राज्यसभा सदस्य श्री संधू ने बताया कि प्रदूषित हो रहे बूढ़े नाले की सफाई अब समय की मांग है।

नदी-नालों में फेंकी जा रही गंदगी को रोकना आवश्यक – संधू


उन्होंने कहा कि हमें डेयरी और डाइंग उद्योगों द्वारा फेंकी जा रही गंदगी को रोकना आवश्यक है। यह दूषित पानी न केवल मानव जीवन के लिए बल्कि जानवरों और पक्षियों के लिए भी अत्यंत हानिकारक है। राज्य में दूषित हो रहे पानी के कारण भी प्रवासी पक्षियों की संख्या में काफी कमी आई है। श्री संधू ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने और आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पंजाब के हर जिले में 75 ‘अमृत सरोवर’ बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। इन ‘अमृत सरोवरों’ के निर्माण से प्रवासी पक्षियों को रहने के लिए अनुकूल वातावरण मिलेगा।