लखनऊ. जीवन पुष्प चढ़ा चरणों में, मांगे मातृभूमि से यह वर, तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें. इस संकल्प के साथ देश की स्वतंत्रता के लिए फांसी के फंदे पर झूलना स्वीकार करने वाले क्रांतिकारी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं. ये संकल्प हर देशवासी को लेना चाहिए. सभी राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ राष्ट्रीय अखंडता को बरकरार रखें तो दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से भारत को कोई रोक नहीं सकता. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को काकोरी ट्रेन एक्शन के शताब्दी वर्ष महोत्सव और वीरों को नमन कार्यक्रम में ये आह्वान किया.
कार्यक्रम में उन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन के क्रांतिकारियों और कारगिल युद्ध के बलिदानियों के पारिवारीजन को सम्मानित किया. काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि हमें आजादी अचानक नहीं मिली. इसके लिए अलग-अलग कालखंडों में संघर्ष किया गया था. स्वतंत्रता आंदोलन का केंद्र बिंदु वैसे तो पूरा भारत था, लेकिन देश की आध्यात्मिक-सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक उत्तर प्रदेश प्रथम स्वतंत्रता समर को लीड कर रहा था. मंगल पांडेय ने बैरकपुर से इसकी अगुवाई की थी.
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