हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. यह नियम 15 अगस्त से लागू हो रहा है. आने वाले स्वतंत्रता दिवस से हरियाणा के स्कूलों में विद्यार्थी एक-दूसरे को और अपने अध्यापकों को ‘गुड मॉर्निंग’ की जगह ‘जय हिंद’ बोलकर बधाई देंगे. विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने जिला और ब्लॉक स्तर पर सभी शिक्षा अधिकारियों, प्रधानाचार्यों और प्रधानाध्यापकों को 15 अगस्त से ‘गुड मॉर्निंग’ की जगह ‘जय हिंद’ लिखने के निर्देश जारी किए हैं.

प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से गुरुवार को जारी सर्कुलर के अनुसार हरियाणा सरकार द्वारा शुरू किए गए इस कदम का उद्देश्य छात्रों में ‘देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की गहरी भावना उत्पन्न करना’ है. ‘जय हिंद’ का नारा सुभाष चंद्र बोस ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान दिया था और स्वतंत्रता के बाद सशस्त्र बलों द्वारा इसे सलामी के रूप में स्वीकार किया गया था .

शेख हसीना के बेटे का दावा , PM पद से शेख हसीना ने नहीं दिया इस्तीफा..

स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, जिला खंड शिक्षा अधिकारियों, खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों, प्रधानाचार्यों और प्रधानाध्यापकों को यह सर्कुलर भेजा है. ज‍िसमें कहा गया है कि स्कूलों में अब ‘गुड मॉर्निंग’ की जगह ‘जय हिंद’ का उपयोग किया जाएगा, ताकि हर दिन छात्रों को ‘राष्ट्रीय एकता की भावना से प्रेरित किया जा सके’ और देश के ‘समृद्ध इतिहास के प्रति सम्मान’ व्यक्त किया जा सके.

आतंकी रिजवान ने उगले राज ; दिल्ली में बम धमाकों का ट्रायल, VIP इलाकों की रेकी….

जय हिंद नारे के बारे में बताया

जय हिंद नारे के इतिहास के बारे में विस्तार से बताते हुए विभाग ने कहा कि इसे नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने गढ़ा और लोकप्रिय बनाया, जब उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था.

स्वतंत्रता के बाद, इस नारे को देश के सशस्त्र बलों ने अभिवादन के रूप में अपनाया, जो राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति उनकी निरंतर प्रतिबद्धता का प्रतीक है. विभाग ने तर्क दिया कि नया अभिवादन छात्रों के बीच अनुशासन और एकता को भी बढ़ावा देगा, और उन्हें प्रतिदिन ‘भारतीयों के रूप में उनकी पहचान और देश के भविष्य में उनके संभावित योगदान’ की याद दिलाएगा.