धर्मेंद्र ओझा, भिंड। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश से अटेर विधानसभा क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं, लेकिन शासन की ओर से अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। उप नेता प्रतिपक्ष एवं विधायक हेमंत कटारे ने इस स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।

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हेमंत कटारे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि, अटेर विधानसभा क्षेत्र के चंबल नदी के किनारे स्थित लगभग 40 गांवों कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। उन्होंने शासन और प्रशासन को बार-बार मौखिक और लिखित रूप से सूचित किया है कि बाढ़ के दौरान जनजीवन और पालतू जानवरों के पलायन के समय गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इस दौरान घरों और जीवन पर असर पड़ता है, बीमारियां फैलती हैं और आर्थिक हानि होती है।

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हेमंत कटारे ने मांग की है कि नावली वृंदावन से खेराट तक एक ब्रिज बनाया जाए, जिससे पलायन के दौरान आवागमन में कोई बाधा न आए। इसके साथ ही, बाढ़ के दौरान विस्थापित लोगों के लिए एक निश्चित जगह चिन्हित कर अस्थाई और स्थाई निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, घर गृहस्थी का सामान नष्ट हो जाता है, और खाने-पीने का अनाज समाप्त हो जाता है। पालतू जानवर भी बीमारियों के कारण मर जाते हैं, जिससे आर्थिक हानि होती है।

हेमंत कटारे ने शासन से स्थाई समाधान की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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